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खुदाई में उदयन के माता-पिता का कंकाल बरामद
बांकुड़ा की आकांक्षा शर्मा की हत्या का मामला कोलकाता/रायपुर : पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा निवासी आकांक्षा शर्मा की हत्या के आरोपी उदयन दास की निशानदेही पर रविवार को उसके माता-पिता का कंकाल पुलिस ने बरामद कर लिया. छत्तीसगढ़ के रायपुर में रविवार को आरोपी के पुराने मकान के बगीचे में खुदाई करवायी गयी, जहां से […]
बांकुड़ा की आकांक्षा शर्मा की हत्या का मामला
कोलकाता/रायपुर : पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा निवासी आकांक्षा शर्मा की हत्या के आरोपी उदयन दास की निशानदेही पर रविवार को उसके माता-पिता का कंकाल पुलिस ने बरामद कर लिया. छत्तीसगढ़ के रायपुर में रविवार को आरोपी के पुराने मकान के बगीचे में खुदाई करवायी गयी, जहां से दो खोपड़ियां, हड्डियां आदि बरामद की गयीं. उदयन ने शनिवार को पुलिस के सामने अपने मां-बाप की हत्या की बात कुबूली थी. बोरे में बंधी हुई अवस्था में कुछ कपड़े भी मिले हैं.
रायपुर जिले के पुलिस अधीक्षक संजीव शुक्ला ने रविवार को बताया कि शहर के सुंदरनगर क्षेत्र में पुलिस ने अपनी प्रेमिका की हत्या के आरोपी उदयन दास के पुराने घर से उसके माता-पिता का कंकाल बरामद कर लिया है. शुक्ला ने बताया कि भोपाल में लीव इन रिलेशन में रह रही आकांक्षा शर्मा की हत्या के आरोपी उदयन को लेकर रविवार को भोपाल पुलिस रायपुर पहुंची.
उदयन को सुंदरनगर स्थित उसके पुराने घर में ले जाया गया. उदयन ने बताया था कि उसने अपने माता पिता की हत्या कर शव को घर के गार्डन में ही दफना दिया है. पुलिस ने गार्डन की खुदाई करवा लगभग पांच फुट नीचे दबे दोनों कंकाल बरामद कर लिए. पुलिस ने कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. कंकाल का डीएनए परीक्षण भी कराया जायेगा.
भोपाल के पुलिस अक्षीक्षक (दक्षिण) एस बहुगुणा के अनुसार, आरोपी ने अपने मां-बाप की हत्या वर्ष 2010 में की थी.हत्या के बाद उसने शवों को दफना दिया. खुदाई के दौरान पश्चिम बंगाल, भोपाल और रायपुर पुलिस की टीम मौजूद रही. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आरोपी बार-बार बयान बदलता है. इसलिए रायपुर जाकर उसके बताये ठिकाने पर खुदवाई अहम थी. अपने मां-बाप की हत्या की बात कबूलने से पहले आरोपी ने कहा था कि उसके पिता पीके दास का वर्ष 2010 में हार्ट अटैक से मौत हो गयी थी जबकि मां अमेरिका में रहती है. सख्ती से पूछने पर हत्या की बात सामने आयी.
फिजूलखर्ची से रोका तो मार डाला: उदयन ने शुरुआती जांच में पुलिस को बताया है कि सात साल पहले वह अपनी मां इंद्राणी और पिता वीके दास के साथ रायपुर में रहता था. माता-पिता ने उसे फिजूल खर्च करने से रोका और लगातार पढाई के बारे में पूछताछ की, तब उसने वर्ष 2010 में मां की हत्या गला दबा कर कर दी. उसी दिन अपने पिता की भी हत्या कर दी और शवों को घर के बगीचे में दफना दिया. उदयन ने बाद में घर को बेच दिया था.
उठ रहे हैं कई सवाल: पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा निवासी आकांक्षा शर्मा की हत्या के बाद आरोपी उदयन दास द्वारा माता-पिता की हत्या की बात सामने आयी. जांच के साथ नये-नये तथ्य भी पुलिस को मिल रहेे हैं.
हालांकि ट्रिपल हत्याकांड में कई सवाल उठ रहे हैं. महत्वपूर्ण सवाल यह है कि आरोपी उदयन दास मां की हत्या के कई सालों बाद तक उनकी पेंशन बगैर लाइफ सर्टिफिकेट के कैसे लेता रहा? कथित तौर पर विगत शनिवार को ही आरोपी ने कबूल किया है कि उसने अपनी प्रेमिका आकांक्षा शर्मा की हत्या के पहले माता-पिता की हत्या कर उन्हें भी दफन कर दिया. रविवार को रायपुर स्थित उसके पुराने घर के निकट बगीचे से मानव-कंकाल भी बरामद किये गये हैं. आरोपी की मां भोपाल के विंध्याचल भवन में एनालिस्ट थीं. क्या उनकी खोज-खबर नहीं ली गयी? उदयन के अन्य रिश्तेदार कहां हैं?
क्या उन्होंने कभी उदयन के माता-पिता की खोज ली? यह बात सामने आ रही है कि उदयन साइको हो सकता है, यदि ऐसी बात है तो फिर आकांक्षा उसे बर्दाश्त क्यों करती रही? क्या उसने कभी अपने घर कोलकाता वापस जाने के बारे में नहीं सोचा? गिरफ्तारी के दौरान पुलिस जब उदयन के घर पुलिस पहुंची तो उसके घर पर हर सुख-सुविधा का सामान था
हालांकि पूरे घर में गंदगी थी. आकांक्षा के परिजनों ने अपनी बेटी के अमेरिका जाने की बात पर आसानी से कैसे भरोसा किया? यह सवाल भी पुलिस के समक्ष काफी अहम है.
कथित तौर पर आकांक्ष से जब वर्ष 2016 के जुलाई महीने से संपर्क नहीं हो रहा था तो फिर 5 महीने बाद पुलिस से शिकायत क्यों की गयी? यह बात भी सामने आ रही है कि आकांक्षा के किसी दोस्त से बात करने से उदयन खफा था इसलिए उसने आकांक्षा की हत्या की. सवाल ये कि आकांक्षा का वहदोस्त कौन है? क्या उस दोस्त से पूछताछ होगी या पुलिस पूछताछ अभी तक क्यों नहीं कर पायी है? सूूत्रों के अनुसार आकांक्षा की फोन कॉल डिटेल्स निकाली जा चुकी है. कथित तौर पर उदयन ने रायपुर वाला मकान बेचने के लिए एक शख्स को 30 लाख रुपये में पॉवर ऑफ अटॉर्नी दी थी. आखिर वह व्यक्ति कौन है? उदयन के रायपुर का मकान बेचने के लिए मां का डेथ सर्टिफिकेट होशंगाबाद से बनवाया (जो उसने पुलिस को बताया). यदि उसे नकली सर्टिफिकेट बनायी तो रायपुर का मकान कैसे बेचा?
क्या हुआ रविवार को
आरोपी उदयन को लेकर पश्चिम बंगाल की पुलिस टीम भोपाल व रायपुर पुलिस के साथ रायपुर स्थित उदयन के पुराने मकान में पहुंची
उदयन पुलिस को लेकर मकान के सामने बाउंड्री के अंदर गार्डन में पहुंचा और पुलिस को वह जगह बता दी जहां उसने माता-पिता की लाश दफनाने की बात कही थी
पुलिस ने उस क्षेत्र को चूने से चिन्हित कर दिया. उसके बाद सुबह से ही लाये गये मजदूरों ने गैती-फावड़ा लेकर खुदाई शुरू कर दी.
करीब एक फीट की खुदाई में कुछ नहीं मिलने पर जेसीबी को वहां लाया गया. जेसीबी को पहले से ही लाकर रखा गया था.
जेसीबी द्वारा आधे घंटे की खुदाई में कुछ कपड़े जैसी चीजें मिलीं तो जेसीबी को रोककर मजदूरों को दुबारा लगाया गया.
उसके बाद सावधानी पूर्वक खुदाई में पहले सोने की चेन मिली, चेन हटाते ही मानव कंकाल की खोपड़ी मिली. उसे देखते ही वहां मौजूद लोग सन्न रह गये.
उसके बाद जब लाल रंग की चूड़ियां दिखीं.उनसे मिट्टी हटाई गयीं तो वहां हाथ की हड्डियां थीं. तितर-बितर हो चुके थे मानव-कंकाल.
वर्ष 2010-11 में मारकर दफनाए गये शवों को खोज रही पुलिस को जैसे अनुमान था लगभग वैसा ही हुआ.
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