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रोजवैली के मालिक की पत्नी के साथ वीडियो फुटेज में देखे जाने का मामला, इडी ने जांच अधिकारी को किया सस्पेंड
कोलकाता/नयी दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने रोजवैली मामले की छानबीन कर रहे अपने जांच अधिकारी मनोज कुमार को निलंबित कर दिया है. यह कार्रवाई एक सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद की गयी है जिसमें कथित तौर पर कोलकाता के नोडल जांच अधिकारी मनोज कुमार को रोजवैली चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी गौतम कुंडू से […]
कोलकाता/नयी दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने रोजवैली मामले की छानबीन कर रहे अपने जांच अधिकारी मनोज कुमार को निलंबित कर दिया है. यह कार्रवाई एक सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद की गयी है जिसमें कथित तौर पर कोलकाता के नोडल जांच अधिकारी मनोज कुमार को रोजवैली चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी गौतम कुंडू से अलग रह रही उसकी पत्नी शुभ्रा कुंडू के साथ एक होटल में प्रवेश करते हुए देखा गया.
निलंबित अधिकारी मनोज कुमार ने आरोपों को नकारते हुए कहा है कि पूरे मामले को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है और यह उन्हें मामले की जांच से बाहर करने की ‘बड़ी साजिश’ का हिस्सा है. इडी अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी में सहायक निदेशक के पद पर तैनात कुमार को उनके खिलाफ ‘जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया गया’ है. उन्हें रोजवैली चिटफंड और कोयला ब्लॉकों के आवंटन सहित उन मामलों की जांच से भी हटा दिया है जिनकी छानबीन की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गयी थी. जांच अधिकारी और महिला के वीडियो और तसवीरें कुछ समाचार चैनलों पर दिखाए गये, जिनमें दावा किया गया कि इस फुटेज से पता चलता है कि ये दोनों पिछले महीने विमान से कोलकाता से दिल्ली गये और बाद में दोनों राष्ट्रीय राजधानी के सुंदर नगर इलाके के एक होटल में दाखिल हुए.
गौरतलब है कि इडी ने कहा कि उसने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और अगर आरोप सही पाए गये तो ‘कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई’ की जायेगी.
मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आया है
कोलकाता. सारधा व रोजवैली चिटफंड कांड मामले की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभानेवाले इडी अधिकारी मनोज कुमार और रोजवैली कांड के मुख्य आरोपी गौतम कुंडू की पत्नी शुभ्रा कुंडू के बीच संपर्क के तार अब करीब 15 करोड़ रुपये मनी लांड्रिंग वाले मामले से जुड़ने लगे हैं. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (3) सुप्रतीम सरकार ने बताया कि गौतम कुंडू की पत्नी शुभ्रा कुंडू से पुलिस जल्द पूछताछ कर सकती है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर इडी के वरिष्ठ अधिकारी मनोज कुमार से भी पूछताछ की जा सकती है.
क्या है मामला: इडी और सीबीआइ सहित तमाम एजेंसियां चिटफंड घोटाले की जांच कर रही हैं. रोजवैली ने निवेशकों के 17 हजार करोड़ रुपये डकार लिये. हजारों निवेशक लुट गये. इसी मामले में अभी तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय अभी जेल में हैं. बंद्योपाध्याय की गिरफ्तारी के बाद सियासी बवाल उठ खड़ा हुआ था. इन घोटालों की जांच में इडी अधिकारी मनोज कुमार की अहम भूमिका रही है. पिछले 15 दिसंबर को मध्य कोलकाता के मैंगो लेने के निकट 1.42 करोड़ रुपयेे के पुराने नोट सहित तीन लोग गिरफ्तार किये गये थे. मामले की जांच के तहत कई संस्थानों में तलाशी अभियान चलाये गये थे. इसी दौरान कंप्यूटर में दो फोल्डर पाये गये. एक फोल्डर का नाम रोजवैली और दूसरे का नाम मैडम रोजवैली था. इसी के बाद इडी अधिकारी व शुभ्रा कुंडू के संबंधों का खुलासा हुआ है.
इडी अधिकारी ने आरोपों से किया इनकार
सॉल्टलेक इलाके में स्थित इडी दफ्तर के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कुमार ने कहा कि वह निर्दोष हैं. कुमार ने कहा, ‘(रोज वैली) मामले की जांच से बाहर हटाने की बड़ी साजिश के तहत यह हो रहा है. मैं राजनीतिक पीड़ित या कोलकाता पुलिस की बदले की कार्रवाई का पीड़ित, जिसकी वजह वह ही बेहतर जानती है, बनने के लिए कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. मैं पहले ही अपने मामलों की जांच का परीक्षण इडी के किसी अधिकारी या अधिकारियों की टीम से कराने की पेशकश कर चुका हूं.’ बहरहाल, उन्होंने सामने आये वीडियो के बारे में पूछे गये सवालों का कोई सीधा जवाब नहीं दिया.
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