उन्होंने कहा कि नोटबंदी की वजह से समाज के हर वर्ग को नुकसान व परेशानी झेलनी पड़ी है. विकसित देशों में डेबिट व क्रेडिट कोर्ड के माध्यम से कैशलेस लेनदेने होते हैं, लेकिन भारत में 92 प्रतिशत कार्यों में नकद लेन-देन होता है. नोटबंदी की वजह से देश का आर्थिक विकास धीमा हो गया है. उन्होंने माेदी की आलोचना करते हुए कहा कि अगर राज्य में चावल, आलू सहित अन्य खाद्य सामाग्रियों की कीमतें बढ़ती हैं तो इसके लिए मोदी सरकार जिम्मेवार होगी. उन्होंने कहा कि नोटबंदी की वजह से 100 दिन रोजगार के अंतर्गत काम करनेवाले श्रमिकों को वेतन नहीं मिल रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि गुप्त एजेंडा के लिए पेटीएम का प्रचार किया जा रहा है. पेटीएम कई विकसित देशों में ब्लैकलिस्टेड है.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि जात्रा सिर्फ संस्कृति नहीं है, बल्कि जीवन का अंग है. यात्रा के माध्यम से समाज की समस्याओं को लोगों के सामने रखा जाता है. उन्होंने कहा कि जात्रा के माध्यम से कलाकारों को प्रतिष्ठित करना ही उनका मुख्य लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि काफी कालाकारों को राज्य सरकार ने वेतन और मासिक पेंशन की व्यवस्था कर उन्हें सम्मानित किया है. कार्यक्रम में सांसद काकुली घोष दस्तीदार, खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक सहित काफी विधायक और सांसद मौजूद थे.