21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

500 रुपये के नोट को रद्द करना जरूरी नहीं था : ममता

कोलकाता. देश के 50 बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आम जनता को परेशानी में डाल दिया है. वे 1000 रुपये के नोट को रद्द कर सकते थे. 500 के नोटों को रद्द करने की आवश्यकता नहीं थी. ये बातें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बारासात के कछारी मैदान […]

कोलकाता. देश के 50 बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आम जनता को परेशानी में डाल दिया है. वे 1000 रुपये के नोट को रद्द कर सकते थे. 500 के नोटों को रद्द करने की आवश्यकता नहीं थी. ये बातें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बारासात के कछारी मैदान में 21वें राज्य जात्रा (नाटक) उत्सव के उदघाटन समारोह के दौरान कहीं.

उन्होंने कहा कि नोटबंदी की वजह से समाज के हर वर्ग को नुकसान व परेशानी झेलनी पड़ी है. विकसित देशों में डेबिट व क्रेडिट कोर्ड के माध्यम से कैशलेस लेनदेने होते हैं, लेकिन भारत में 92 प्रतिशत कार्यों में नकद लेन-देन होता है. नोटबंदी की वजह से देश का आर्थिक विकास धीमा हो गया है. उन्होंने माेदी की आलोचना करते हुए कहा कि अगर राज्य में चावल, आलू सहित अन्य खाद्य सामाग्रियों की कीमतें बढ़ती हैं तो इसके लिए मोदी सरकार जिम्मेवार होगी. उन्होंने कहा कि नोटबंदी की वजह से 100 दिन रोजगार के अंतर्गत काम करनेवाले श्रमिकों को वेतन नहीं मिल रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि गुप्त एजेंडा के लिए पेटीएम का प्रचार किया जा रहा है. पेटीएम कई विकसित देशों में ब्लैकलिस्टेड है.

उन्होंने खादी ग्रामोद्योग के नये वर्ष के कैलेंडर में महात्मा गांधी के स्थान पर नरेंद्र मोदी को चरखा चलाते हुए दिखाने पर अपत्ति जतायी. उन्होंने आशंका जतायी कि मोदी सरकार करेंसी नोट में महात्मा गांधी की तसवीर को हटा कर नरेंद्र मोदी की भी तसवीर लगा सकती है. उन्होंने उनके सांसद तापस पाल और सुदीप बंद्योपाध्याय की रोजवैली कांड में गिरफ्तारी मामले में कहा कि राजनीतिक षडयंत्र के तहत सीबीआई ने दोनों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अगर चाहे तो उनके साथ उनके सभी एमएलए और एमपी को भी गिरफ्तार कर सकती है. वह भी देखना चाहती हैं कि मोदी के जेल में कितनी जगह है.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि जात्रा सिर्फ संस्कृति नहीं है, बल्कि जीवन का अंग है. यात्रा के माध्यम से समाज की समस्याओं को लोगों के सामने रखा जाता है. उन्होंने कहा कि जात्रा के माध्यम से कलाकारों को प्रतिष्ठित करना ही उनका मुख्य लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि काफी कालाकारों को राज्य सरकार ने वेतन और मासिक पेंशन की व्यवस्था कर उन्हें सम्मानित किया है. कार्यक्रम में सांसद काकुली घोष दस्तीदार, खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक सहित काफी विधायक और सांसद मौजूद थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें