नयी दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पटना से कोलकाता लेकर जा रहे इंडिगो एयरलाइंस के एक विमान में ईंधन कम होने के मामले पर गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में जम कर हंगामा हुआ. तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस मामले में साजिश और ममता बनर्जी की जान को खतरा होने का आरोप लगाया.
तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में इस विषय को उठाया और आरोप लगाया कि ममता बनर्जी बुधवार को जिस विमान से कोलकाता पहुंचनेवाली थीं, उसे करीब आधे घंटे तक कोलकाता के ऊपर ही हवा में रहना पड़ा, जबकि पायलट ने विमान में ईंधन कम होने की सूचना दी थी. हालांकि, सरकार ने इस तरह की किसी भी साजिश के आरोप को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि ममता बनर्जी पटना से कोलकाता जानेवाली इंडिगो की जिस उड़ान में सवार थीं, उसके साथ एयर इंडिया और स्पाइसजेट के दो अन्य विमानों ने भी ईंधन कम होने की जानकारी दी थी.
नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने लोकसभा कहा कि ममता जिस विमान में सवार थीं, उसे कोलकाता एयरपोर्ट के ऊपर केवल 13 मिनट हवा में रहना पड़ा और यह सुनिश्चित किया गया कि विमान सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से उतरे. राजू ने कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस बारे में जांच का आदेश दे दिया है कि कोलकाता में एक ही समय में तीन विमानों में ईंधन कम होने की समस्या कैसे आयी. नियमानुसार, उन्हें पर्याप्त ईंधन लेकर उड़ान भरनी होती है, ताकि वे जरूरत पड़ने पर 30-40 मिनट तक भी आसमान में रह सकें और दूसरे सबसे नजदीकी विमानपत्तन पर उतर सकें. वहीं, नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने राज्यसभा में यह जानकारी दी. वहीं, लोकसभा में संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि डीजीसीए की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जायेगी.
एटीसी ने होल्ड पर रखा विमान
पटना से कोलकाता जा रहा इंडिगो का विमान (6 ई 342) में ममता बनर्जी समेत 174 यात्री सवार थे. पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री फरहाद हाकिम ने दावा किया कि कोलकाता से 180 किमी पहले ही पायलट ने एलान किया कि प्लेन पांच मिनट में लैंड कर जायेगा. इसके बावजूद लैंडिंग आधे घंटे के बाद हुई. पायलट ने कम ईंधन की बात कह कर एटीसी ने जल्द लैंडिंग की इजाजत मांगी, लेकिन एटीसी ने विमान को होल्ड पर रखा.
विमान में पर्याप्त ईंधन था : इंडिगो
ममता बनर्जी समेत अन्य यात्रियों की सुरक्षा को जोखिम में डालने के आरोपों पर इंडिगो एयरलाइन ने गुरुवार को कहा कि एयरपोर्ट पर जगह नहीं होने के कारण बुधवार को विमान को उतारने में विलंब हुआ. विमान ने सामान्य लैंडिंग की और इसमें पर्याप्त ईंधन मौजूद था. पायलट ने एटीसी से कहा था कि मार्ग बदल कर कोलकाता (गंतव्य) के ऊपर उड़ाते रहने के लिए उनके पास आठ मिनट का अतिरिक्त ईंधन है. लेकिन, एटीसी ने गलत मतलब निकाला और उन्हें ऐसा लगा कि विमान के पास कुल ईंधन में से महज आठ मिनट का ईंधन बचा है. यह दोनों के बीच हुई गलतफहमी है. कंपनी ने नियामक कानूनों का कोई उल्लंघन नहीं किया गया.
नोटबंदी के फैसले के बाद ममता बनर्जी की जान को खतरा है. वह कोलकाता से पटना और लखनऊ तथा देशभर में जा रहीं हैं. उनकी जैसी वीवीआइपी के विमानों को प्राथमिकता के साथ उतरने की अनुमति दी जानी चाहिए. इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए.
मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता
यह कहना गलत है कि विमान कोलकाता के ऊपर 30-40 मिनट तक हवा में उड़ता रहा. विमान केवल 13 मिनट के लिए आसमान में उड़ता रहा. डीजीसीए ने इस मामले में जांच का आदेश दे दिया है कि सभी तीनों विमानों में एक ही समय पर ईंधन कैसे कम हुआ.
अशोक गजपति राजू, नागर विमानन मंत्री