अधिकारियों का कहना है कि इस गिरोह के शातिर सदस्यों के सीआइडी की गिरफ्त में आने के बाद इन सभी से पूछताछ के आधार पर हाबरा के निकट मचलंदपुर में एक एनजीओ के बागान से दो बच्चों का कंकाल जमीन खोदकर सीआइडी ने बरामद किया था. उस समय जांच में पता चला था कि किसी महिला से स्वस्थ और गोरे बच्चे होने पर उसे नर्सिंगहोम से इस एनजीओ में भेजे जाते थे, जिसके बाद इसकी डीलिंग होती थी.
वह कानूनी तौर पर लिया गया था या नहीं, इसकी भी जांच हो रही है. वहीं, महानगर में जितने भी नर्सिंगहोम सीआइडी की रडार पर हैं, वहां भी समय-समय पर छापामारी हो रही है. इस मामले में डीआइजी सीआइडी भरत लाल मीना का कहना है कि इस मामले में जल्द सीआइडी की टीम रैकेट से जुड़े अन्य फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करेगी.