500 व एक हजार रुपये बंद होने के बाद गत तीन दिनों से वह मटियाबुर्ज इलाके में स्थित एक सरकारी बैंक के बाहर तड़के तीन बजे से नोट बदलने के लिए कतार में लग जाते थे. रुपये बदल कर अपना काम चला रहे थे. उनके 15 वर्षीय बेटा शेख इमरान अली ने बताया कि शुक्रवार सुबह पिता की तबीयत बिगड़ी और उनके सीने में दर्द शुरू हो गया.
इसके बाद उसे लाइन में खड़ा करके उसके पिता घर चले गये. इधर इस्लामुद्दीन के घरवालों ने बताया कि घर में आने के बाद वह अचेत होकर बिस्तर पर सो पड़े. बाद में उनकी तबीयत और बिगड़ गयी. चिकित्सकों ने जांच के बाद उनकी मौत की पुष्टि कर दी. मृतक के भाई शेख इशराइल के मुताबिक रोजाना उनके भाई बैंक की लाइन में खड़े हो रहे थे. शुक्रवार को सीने में दर्द के बाद यह घटना घटी. मौत के कारण को लेकर चिकित्सकों ने बताया कि शारीरिक थकावट के कारण उनके सीने में दर्द शुरू हुआ था. इसी बीच दिल का दौरा पड़ने के कारण उनकी मौत हो गयी. इस घटना के बाद से इलाके में शोक व्याप्त है. हालांकि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस मामले में कोई भी टिप्पणी करने से बच रहे हैं.