कोलकाता. टेक्नोलॉजी के इस दाैर में युवाओं व छात्रों में फेसबुक व इंटरनेट का नशा बढ़ता जा रहा है. इस चक्कर में कई साइबर अपराध के चंगुल में फंस जा रहे हैं. स्कूलों व कॉलेजों के कुछ छात्रों ने शिकायत की है कि उनके पास कई तरह के फरजी मेल व मैसेज आ रहे हैं. उन्हें परेशान किया जा रहा है.
ऑनलाइन प्रताड़ना के कई मामले दर्ज किये जा रहे हैं. इसको रोकने के लिए जहां स्कूल स्तर पर जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं, वहीं पुलिस की ओर से भी संस्थानों को छात्रों को सावधान करने की हिदायत दी जा रही है.
पांच सालों में ऐसे मामलों की संख्या बढ़ी है. पिछले छह महीने में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. साइबर क्राइम से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि हर साल ऐसे 15 मामले दर्ज होते हैं, जहां छात्रों पर ऑनलाइन हमले होने की शिकायत मिल रही है. अब पुलिस स्कूल व कॉलेज में जाकर छात्रों को इस बात से सचेत करेगी कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति से अपनी निजी चीजें शेयर न करें. बच्चों को इस बात की शिक्षा दी जायेगी कि वे मजाक में भी कभी किसी का मेल इस्तेमाल न करें. न ही किसी का प्रोफाइल हैकिंग करने की कोशिश करें. भले उनका इरादा गलत न हो, लेकिन ऐसा करने पर वे किसी मुसीबत में फंस सकते हैं. सत्र में उन्हें बताया जायेगा कि किस तरह से ऑनलाइन घात लगाये बैठे ठगों से छात्र बच सकते हैं. स्कूलों में एक स्लाइड शो भी किया जायेगा, जिसमें उनको बचने की तकनीक बतायी जायेगी.