Advertisement
मगही को दर्जा दिलाने के लिए प्रधानमंत्री से करेंगे बात : मांझी
मगही भाषा में संबोधित करते हुए श्री मांझी ने मगही भाषा का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग का आग्रह किया कोलकाता : हिंदी और भोजपुरी के साथ कई अन्य बोली और भाषाएं मगही से मिलती जुलती हैं. एक तरह से कहा जा सकता है कि कई बोली इसी से निकली हैं. आज बंगाल में मगही मगध […]
मगही भाषा में संबोधित करते हुए श्री मांझी ने मगही भाषा का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग का आग्रह किया
कोलकाता : हिंदी और भोजपुरी के साथ कई अन्य बोली और भाषाएं मगही से मिलती जुलती हैं. एक तरह से कहा जा सकता है कि कई बोली इसी से निकली हैं. आज बंगाल में मगही मगध नागरिक संघ द्वारा आयोजित राष्ट्रीय मगही सम्मेलन से मैं अविभूत हूं और आप लोगों को आश्वासन देता हूं कि इस मंच से मगही को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को मैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाऊंगा. उक्त बातें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने कहीं.
रविवार को शरत सदन में आयोजित मगही मगध नागरिक संघ के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री मांझी ने मगही मगध नागरिक संघ के कार्यों व संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष पारस कुमार सिंह की सराहना की.
मगही भाषा में ही लोगों को संबोधित करते हुए श्री मांझी ने मगही बोली की मधुरता का वर्णन किया और उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वह अपने घर और बाहर मगही भाषा का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करेंगे.
कार्यक्रम में मांचसीन पार्षद लक्खी साहनी, उदय कुमार भारती, राजेश मंझवेकर, सुमन जी, सरोज तिवारी, मंगलेश्वर राय ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम को सफल बनाने में उदय शर्मा, सत्यनारायण शर्मा, मानिक चंद्र सिंह, केदार नाथ सिंह, चमारी शर्मा, बिगेंद्र सिंह, प्रसादी राम, राजेश शर्मा, श्रीकुमार सिंह, अजय सिंह, उदय कुमार बर्मन, दिलीप सिंह, राम सिंह, डॉ केपी शधांशु, प्रो. शालीग्राम मिश्रा उपस्थित रहे. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement