बालुरघाट: भारत-बांग्लादेश के खुले सीमांत हिली से बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या बढ़ने से जिले में समस्या गहराती जा रही है. सीमावर्ती क्षेत्रों में कंटीले बाड़ नहीं दिये जाने का काम अधूरा रहने के कारण घुसपैठियों की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है. जिला पुलिस अधीक्षक का कहना है घुसपैठियों को पकड़ने के मामले में राज्य पुलिस व बीएसएफ तत्परता के साथ काम कर रही हैं.
इधर, स्वयंसेवी संगठन का दावा है कि बीएसएफ व पुलिस की तप्तरता के बावजूद अवैध रूप से सीमा पार कर घुसपैठिये देश के विभिन्न क्षेत्र में पहुंच रहे हैं. दक्षिण दिनाजपुर जिला भारत-बांग्लादेश की तीनों सीमा से घिरा हुआ है. जिले के 252 किलोमीटर बॉर्डर इलाके में अभी भी करीब 30 किलोमीटर इलाका खुला व तार विहीन है. इन इलाकों से अवैध रूप से घुसपैठ हो रहा है.
हिली पुलिस सूत्रों के अनुसार 2010 में बांग्लादेशी घुसपैठ की संख्या 50 थी. 2011 में 55 व 2012 में 44 रहा. 2013 में कुल 74 बांग्लादेशी घुसपैठियें पकड़े गये. जिला पुलिस अधीक्षक प्रसून बनर्जी ने कहा कि बीएसएफ व पुलिस संयुक्त रूप से अवैध घुसपैठ के रोकथाम की कोशिश कर रही है. संवेदनशील इलाके के तौर पर चिह्न्ति सीमांत पर बीएसएफ व पुलिस हरपल सजग है.