उन्होंने मुख्यमंत्री के इस फैसले का स्वागत किया, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि मुख्यमंत्री जितनी जल्दी जमीन को कृषि योग्य बनाने की बात कह रही हैं, ऐसा संभव नहीं हो पायेगा. उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा कि यहां 10.5 फीट तक की गहाराई में कोयले की राख फेंकी गयी है, पहले इस राख काे साफ करना होगा. इसके बाद यहां उपजाऊ मिट्टी फिर से फेंकनी होगी और इसके बाद उस मिट्टी की जांच होगी, उसकी उर्वरक क्षमता बढ़ायी जायेगी. इस पूरी प्रक्रिया में कम से कम 10 वर्ष का समय लगेगा. हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 14 सितंबर को ही सिंगूर के 9117 किसानों को उनकी जमीन का मालिकाना हक का दस्तावेज सौंपने की घोषणा की है, इसके साथ-साथ 800 किसानों को जमीन की मुआवजा राशि प्रदान की जायेगी.
BREAKING NEWS
Advertisement
सिंगूर की जमीन को कृषि योग्य करने में लगेंगे 10 वर्ष : जॉर्ज
कोलकाता. सिंगूर की जमीन को कृषि योग्य करने में कम से कम और 10 वर्ष लगेंगे. सिंगूर की जमीन इतनी जल्दी से कृषि योग्य नहीं की जा सकती. मुख्यमंत्री जैसा कह रही हैं कि किसान बहुत जल्द वहां खेती कर पायेंगे. अभी ऐसा हो पाना संभव नहीं है. ऐसा ही दावा भाजपा के राज्यसभा सांसद […]
कोलकाता. सिंगूर की जमीन को कृषि योग्य करने में कम से कम और 10 वर्ष लगेंगे. सिंगूर की जमीन इतनी जल्दी से कृषि योग्य नहीं की जा सकती. मुख्यमंत्री जैसा कह रही हैं कि किसान बहुत जल्द वहां खेती कर पायेंगे. अभी ऐसा हो पाना संभव नहीं है. ऐसा ही दावा भाजपा के राज्यसभा सांसद जॉर्ज बेकर ने किया है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी किसानों की जमीन वापस करना चाहती हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement