कोलकाता: राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक ने मंगलवार को साफ कहा कि मौजूदा समय में प्रदेश में कोई चाय बागान बंद नहीं है. न ही भुखमरी से किसी चाय बागान श्रमिक की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि किसी चाय श्रमिक ने आत्महत्या नहीं की है. घटक विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान आरएसपी के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री विश्वनाथ चौधरी के सवालों जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने डंकन्स के सात चाय बागानों का अधिग्रहण किया है.
छह चाय बागानों में कार्य स्थगन है. जिन चाय बागानों में एक वर्ष से अधिक समय से कार्यस्थगन है, उनके श्रमिकों को राज्य सरकार की घोषित योजना के अनुसार मदद दी जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार के विभिन्न विभागों के माध्यम से बीमार चाय बागान श्रमिकों के हित में योजनाएं बनायी गयी है तथा लोगों को मदद दी जा रही है. एक मंत्रिसमूह का गठन किया गया है.
श्रम मंत्री के बयान पर आरएसपी के विधायक विश्वनाथ चौधरी ने कहा कि चाय बागानों में चाय श्रमिकों की मौत हो रही है तथा श्रमिक आत्महत्या कर रहे हैं. इसकी जानकारी श्रम मंत्री को नहीं है. वह सच छुपा रहे हैं. इसके साथ ही चाय बागान श्रमिकों के पीएफ को लेकर भी श्रम मंत्री ने केंद्र सरकार के पल्ले मामला डाल दिया. माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि राज्य सरकार झूठ बोल रही है. चाय श्रमिकों की स्थिति में सुधार के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया गया है. विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने भी चाय बागानों की स्थिति में सुधार के लिए राज्य सरकार से कदम उठाने की मांग की.