डकैतों ने भक्तिपद माइती को रस्सी से बांध दिया और घर के सभी सदस्यों को नींद से जगा कर सभी के हाथ पीछे कर उन्हें भी बांध दिया. करीब डेढ़ घंटे तक चली डकैती के बाद डकैतों ने अपने कपड़े भी बदले. डकैतों के अत्याचार से नन्हा बच्चा भी नहीं बचा. डकैतो ने उस बच्चे के गले पर छुरा रख कर गहने और पैसों का पता पूछा था. अधिकतर डकैत लुंगी पहने थे और उनके चेहरे काले कपड़े से ढंके थे.
डकैतों की बातचीत से लग रहा था कि वह घर तथा घर के सदस्यों के संबंध में जानते थे. भक्तिपद के मुताबिक, डकैतों ने करीब दो लाख रुपये नगदी और लाखों रुपये के गहने लूट लिये. डकैतों के चले जाने पर उनकी चीख सुन कर पड़ोसी पहुंचे और उन्हें आजाद कराया. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी. पुलिस अधीक्षक आलोक राजौरिया ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. पुलिस का प्राथमिक अनुमान है कि डकैतों में परिवार का कोई परिचित भी हो सकता है. इलाके में पहले ऐसी कोई घटना नहीं घटी थी.