सिस्टमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्ट्रॉल पार्टिसिपेशन (स्वीप) कार्यक्रम के तहत चलाये जा रहे इस अभियान का उद्देश्य मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करना है. इस अभियान का बजट 21 करोड़ रुपये से अधिक है. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि उनकी योजना मोबाइल नेटवर्क प्रदाताओं के साथ साझेदारी करने की है ताकि मतदाताओं को नियमित रूप से एसएमएस भेजे जा सकें. इन संदेशों के तहत उन्हें मतदान के दिन मतदान जरूर करने की बात भी याद दिलायी जायेगी.
Advertisement
चुनाव आयोग के खिलाफ बोली ममता, भाषण की सीडी तलब
पुरुलिया के बाघमुंडी में चुनाव आयोग के खिलाफ तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी का बयान उनके लिए मुसीबत साबित हो सकता है. इस मामले में दायर शिकायत पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी के उस भाषण की सीडी तलब की है. कोलकाता : आयोग ने जिला चुनाव अधिकारियों से ममता बनर्जी के उस […]
पुरुलिया के बाघमुंडी में चुनाव आयोग के खिलाफ तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी का बयान उनके लिए मुसीबत साबित हो सकता है. इस मामले में दायर शिकायत पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी के उस भाषण की सीडी तलब की है.
कोलकाता : आयोग ने जिला चुनाव अधिकारियों से ममता बनर्जी के उस कार्यक्रम का वीडियो फूटेज जमा करने के लिए कहा है. वीडियाे मिलने पर उसे दिल्ली स्थित केंद्रीय चुनाव आयोग के दफ्तर भेज दिया जायेगा. चुनाव आयोग सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय चुनाव आयोग के फैसले के अनुसार ही राज्य चुनाव आयोग इस मुद्दे पर कार्रवाई करेगा. इससे पहले भी चुनाव आयोग और केंद्रीय बलों के खिलाफ ममता बनर्जी विवादित बयान दे चुकी हैं. राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, ममता बनर्जी के उन सब विवादित बयानों की वीडियो क्लिपिंग पहले ही केंद्रीय चुनाव आयोग को भेजा जा चुका है.
इस बारे में दिल्ली से निर्देश मिलने पर कोई कदम उठाया जायेगा. गौरतलब है कि पुरुलिया के बाघमुंडी में तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबाेधित करते हुए ममता बनर्जी ने अपने भाषण में कहा था कि केंद्रीय बल तो चुनाव तक ही रहेगा, उसके बाद तो उन्हें ही संभालना होगा. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने ममता बनर्जी के इस बयान के खिलाफ चुनाव आयोग में लिखित शिकायत दर्ज करवायी थी. ममता बनर्जी के इस बयान की वाममोरचा और भाजपा ने भी निंदा की थी. दूसरी तरफ तृणमूल सांसद व ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और भांगड़ से तृणमूल प्रत्याशी अब्दुर रज्जाक मोल्ला के विवादित बयानों का वीडियाे भी राज्य चुनाव आयोग केंद्रीय चुनाव आयोग के पास भेज चुका है.
मतदाताआें को जागरूक करने में जुटा चुनाव आयोग
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. जागरूकता अभियान के माध्यम से आयोग महिला और युवा मतदाताओं को मतदान करने के लिए जागरूक कर रहा है. मतदाताओं से उनके मताधिकार का निष्पक्ष तरीके से प्रयोग की अपील करने वाले संदेश सिर्फ दीवारों पर लगे पोस्टरों, होर्डिंगों और मीडिया विज्ञापनों में ही नहीं लगाये जा रहे हैं, ये संदेश यूट्यूब पर भी भेजे जा रहे हैं. लोक कलाओं से जुड़े कलाकार भी लोगों से मतदान की अपील कर रहे हैं. चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि हम हर उपलब्ध माध्यम का प्रयोग कर मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक कर रहे हैं. महिलाओं, युवाआें और विकलांग मतदाताआें पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
राज्य की प्रतीक बन चुकी 18 वर्षीय अनन्या को चुनाव आयोग के चेहरे के रूप में सभी बाहरी प्रचार सामग्री में दिखाया गया है. प्रचार अभियान के तहत जो संदेश देखे जा रहे हैं, उनमें से कुछ इस प्रकार हैं – ‘नोटे नोए, वोटे थाकूं’ (नोटों के लिए नहीं लेकिन वोटों के लिए रुको), आंगुले वोटर चिन्हो, एक एबोंग अनोन्यो (हाथ पर मतदान का स्याही का निशान, एकमात्र और बेहद खास) और आमरा मां ओ मेये, एबार आमरा एक साथे वोट देबो (हम मां और बेटी हैं, इस बार हम एकसाथ वोट डालेंगे). भारतीय क्रिकेट सितारे विराट कोहली को भी चुनाव आयोग के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में विज्ञापनों का हिस्सा बनाया गया है.
भाजपा ने की चुनाव आयोग से शिकायत
प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा को घूस देने का प्रयास करने का मामला अब चुनाव आयोग तक पहुंच गया है. भाजपा ने चुनाव आयोग से इस मामले की शिकायत करते हुए जांच करने की मांग की है. भाजपा नेता असीम सरकार सोमवार को मुख्य चुनाव अधिकारी के दफ्तर पहुंचे आैर इस मामले की लिखित शिकायत दर्ज करवायी. श्री सरकार ने कहा कि दो पुलिसवालों ने भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा को घूस देने का जो प्रयास किया है, वह एक घिनौना मामला है. हकीकत तो यह है कि यह सब कुछ राहुल सिन्हा को फंसाने की साजिश थी. इसलिए चुनाव आयोग को चाहिए कि वह इस मामले की जांच करवा कर सच्चाई दुनिया के सामने लाये. गौरतलब है कि श्री सिन्हा ने सोमवार को यह आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस के दो कर्मचारियों ने उन्हें घूस देने का प्रयास किया. वह दोनों चाहते थे कि राहुल सिन्हा बांग्लादेश में मवेशी तस्करी में सहायता करें. पुलिस ने अपने इन दोनों आरोपी कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement