कोलकाता: राज्य में कानून व व्यवस्था की खराब स्थिति और बंद होते उद्योगों के मुद्दे को लेकर मंगलवार को भारतीय जनता युवा मोरचा की चार दिवसीय पदयात्रा सॉल्टलेक से शुरू हुई. पहले दिन पदयात्रा में भाजपा के राज्य प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष समेत तमाम नेता मौजूद थे. पदयात्रा सिंगूर में समाप्त होगी.
पदयात्रा की शुरुआत पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि औद्योगिक विकास के मामले में पश्चिम बंगाल देश में 23 वें नंबर पर चला गया है. लेकिन मुख्यमंत्री मूढ़ी भाजा आर चोपेर दोकान कोरबो (मूढ़ी भूजने और आलू की पकौड़ी तलने की दुकान खोलने) की बात कर रही हैं तो राज्य के भविष्य के बारे में आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है. लेकिन अब जनता जाग चुकी है. घोष ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि राज्य में चुनाव के मद्देनजर मोदीजी और ममता दीदी एक हो गये हैं, लेकिन मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं कि हमारे मोदी जी युवाओं को डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया और स्टॉर्टअप इंडिया से जोड़ने के लिए रात-दिन एक किये हुए हैं.
ऐसे में उनका मेल भला मूढ़ी-चाप की दुकान खोलने की बात करने वाली मुख्यमंत्री से कैसे हो सकता है. पदत्राया को रवाना करते हुए राज्य अध्यक्ष ने कहा कि आज से राज्य सरकार का मृत्यु का घंटा बज चुका है. तृणमूल सरकार के कुछ ही दिन बचे हैं. विधानसभा चुनाव में जनता इस सरकार को उखाड़ फेकेंगी. भारतीय जनता युवा मोरचा की यह यात्रा राज्य को तृणमूल सरकार से मुक्ति दिलाने में मील का पत्थर साबित होगी. यह पदयात्रा बंगाल में परिवर्तन लाने के िलए है.
मां-माटी-मानुष को भूलीं ममता: िवजयवर्गीय: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा िक आज से पांच वर्ष पहले ममता बनर्जी ने राज्य की जनता को मां-माटी-मानुष के नाम पर वोट लिया था. लेकिन बंगाल की सत्ता हाथों में आते ही सरकार इन तीनों को भूल गयी. ना मां याद रही, ना माटी और ना ही मानुष याद रहा. आज स्थिति यह है कि हर दिन राज्य में एक महिला को दुष्कर्म का शिकार होना पड़ता है. माटी की बात करें तो ना माटी सुरक्षित है और ना उसके लाल किसान. उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों की स्थिति सबसे दयनीय है. आज किसानों के उनके उत्पाद का सही मूल्य नहीं मिल रहा है. पिछले दिनों आलू की फसल बरबाद हो गयी, लेकिन राज्य सरकार को कोई चिंता नहीं. लेकिन ऐसी स्थिति में भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में ऐसा नहीं. मध्य प्रदेश में यदि फसल का उत्पादन ज्यादा होता है और किसानों को सही मूल्य नहीं मिलता तो राज्य सरकार किसानों को बोनस देती है. किसानों को नुकसान से बचाने के लिए राजस्थान की भाजपा सरकार भी बोनस देती है. लेकिन ममता सरकार उन लोगों की चिंता करती है, जो घुसपैठ करके राज्य में अफीम की खेती करते हैं.
विजयवर्गीय ने ममता सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान 100 से ज्यादा कारखाने और उद्योग-धंधे बंद हो गये. जूट मिल से लेकर चाय बागान बंद पड़े हैं. मजदूर भूखे मर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चाय बगानों की स्थिति देखने के लिए केंद्रीय उद्योगमंत्री सीता रमण को बंगाल भेजा था और रिपोर्ट लेने के बाद मोदी जी ने चाय बागानों का अधिग्रहण करना शुरू कर दिया. विजयवर्गीय ने कहा कि एक तरफ मोदी जी जहां राज्य को आगे ले जाना चाहते हैं, वहीं मुख्यमंत्री इसे पीछे ले जा रही हैं.
पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे भारतीय जनता युवा मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष तूषार कांति दास ने कहा कि जब ज्योति बसु ने प्रदेश की गद्दी संभाली थी उस समय देशभर में उद्योग-धंधों के विकास के मामले में बंगाल दूसरे नंबर पर था, लेकिन 34 साल में वह आंकड़ा गिरकर 13 नंबर पर आ गया. सबसे खराब स्थिति वर्तमान तृणमूल शासन काल में हो गयी है. आज उद्योग-धंधों के विकास में बंगाल का नंबर 23वां है. भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री कहती हैं कि पांच वर्षों में 4 लाख लोगों को सरकारी जबकि 68 लाख लोगों को गैरसरकारी नौकरी दी गयी तो सरासर गलत है. सॉल्टलेक से शुरू पदयात्रा काकुरगाछी, विवेकानंद रोड, विवेकानंद हाउस, विधानसरणी, नीमतल्ला, कलाकार स्ट्रीट, महात्मा गांधी रोड होते हुए हावड़ा ब्रिज, डबसन रोड, अबनी दत्ता रोड, जीटी रोड, सलकिया चौरस्ता होते हुए कृष्णा भवन जा कर समाप्त हुई.
पदयात्रा में प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, सांसद मनोज तिवारी, राष्ट्रीय सचिव सुरेश पुजारी, राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष उपस्थित रहे. कृष्णा भवन में रात्री विश्राम के बाद बुधवार सुबह नौ बजे पदयात्रा जीटी रोड, बेलूरमठ, बाली होते हुए हुगली जिले में प्रवेश करेगी. पदयात्रा के मद्देनजर पूरे रास्ते बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किये गये थे.