निगम में कांग्रेस दल के नेता प्रकाश उपाध्याय ने कहा कि इसमें कोई बुराई नहीं है. सारधा व रोजवैली के साथ निगम के सांठगांठ का जो मुद्दा हम लोगों ने उठाया है, वामपंथी दल उसका समर्थन कर रहे हैं. ऐसे में अगर इस मुद्दे पर हम लोग संयुक्त अभियान चलायें तो आैर भी बेहतर रहेगा. इसका अंतिम फैसला कांग्रेस हाई कमान को ही करना है.
श्री उपाध्याय ने आरोप लगाया कि चिट फंड कंपनियों पर पाबंदी के बावजूद महानगर में उनका कारोबार जारी है. मजे की बात यह है कि निगम ने रोजवैली का ट्रेड लाइसेंस तक का नवीनीकरण कर दिया है, वहीं 5, मैंगो लेन एवं 13 सत्येन राय रोड पर स्थित रोजवैली के दफ्तर बगैर किसी ट्रेड लाइसेंस के चलाये जा रहे हैं.
ऐसा लगता है कि व्यवसाय करने के लिए ट्रेड लाइसेंस अब जरूरी नहीं रह गया है, केवल आप को सत्तारूढ़ दल के नेताआें की जेब भरनी होगी. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि मेयर शहर के सौंदर्यीकरण के नाम पर इसे तबाह कर रहे हैं. कांग्रेस के आरोपों का खंडन करते हुए मेयर शोभन चटर्जी ने कहा कि ट्रेड लाइसेंस का नवीनीकरण स्वत: हो जाता है, पूरा सिस्टम ऑनलाइन हो गया है. इसमें हम लोग कुछ नहीं कर सकते हैं. अगर अदालत इसे गलत बताती है तो रोजवैली के ट्रेड लाइसेंस को रद्द करने में हम लोग बिल्कुल भी समय नहीं लगायेंगे.