इसके साथ ही टैक्सी संगठन ने टैक्सी चालक को न्याय दिलाने की मांग पर 28 दिसंबर को विधाननगर कमीश्नरेट के घेराव की धमकी देते हुए टैक्सी चालकों से टैक्सी बंद कर अभियान में शामिल होने का आह्वान किया है. इस दिन दोपहर एक बजे बेलियाघाटा सीआइटी मोड़ पर टैक्सी चालक एकत्रित होंगे और विधाननगर कमीश्नरेट के लिए जुलूस के रूप में जायेंगे. गृह सचिव को लिखे पत्र में श्री श्रीवास्तव ने कहा कि 21 नवंबर को टैक्सी ड्राइवर के लापता होने के बाद उनकी पत्नी गीता देवी ने 22 नवंबर को साउथ पोर्ट थाना में मामला दायर किया था.
यूनियन द्वारा तीन बार कोलकाता पुलिस आयुक्त को पत्र भेजा गया था. उक्त टैक्सी ड्राइवर का परिवार आशंकित था कि उनका अपहरण या हत्या तो नहीं कर दी गयी है, लेकिन 14 दिसंबर को टैक्सी चालक जेल से बेल पर वापस आये. उक्त टैक्सी ड्राइवर को गिरफ्तार कर 25 दिनों तक पुलिस अधिकारियों ने उसके परिवार को अंधकार में रखा, जबकि परिवार के सदस्यों ने साउथ पोर्ट थाने में शिकायत कर रखी थी. यह पूरी तरह से अमानवीय है तथा कानून के नियमों का उल्लंघन हैं.
इस गैरकानूनी कार्य में बागुइहाटी थाने के थाना प्रभारी के साथ-साथ अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं. इस मामले में गृह सचिव हस्तक्षेप करें तथा दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दे. यदि राज्य सरकार की ओर से कोई हस्तक्षेप नहीं किया जाता है, तो वे लोग राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग व राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत करने के लिए बाध्य होंगे.