कोलकाता : दोपहर में टॉलीगंज इलाके में एक घर में घुस कर दो बदमाशों ने एक वयस्क व्यक्ति की गला घोंट कर हत्या कर दी और वहां से भाग निकले. घटना देशप्रिय पार्क इलाके के विपिन पाल रोड में तीन मंजिला एक मकान के दूसरे तल्ले में घटी.
मृतक का नाम रणजीत चटर्जी (82) के रूप में हुई है. वह एक चाटर्ड अकाउंटेंट थे. उम्र ज्यादा होने के कारण वह घर पर ही रहते थे. उनकी पत्नी का नाम प्रतिमा चटर्जी (80) है.
वह अस्वस्थ होने के कारण वारदात के समय दूसरे कमरे में बिस्तर पर थी. घटना के बाद टॉलीगंज थाने के अलावा कोलकाता पुलिस के होमेसाइड विभाग की टीम वहां पहुंची और वारदात स्थल का दौरा किया. जहां प्राथमिक जांच में उन्हें पता चला कि सुबह 11 बजे दो युवक पंप ठीक करने के बहाने घर में घुसे थे. इसके बाद दोनों ने वहां मौजूद सोना घोष नामक स्वीपर के हाथ-पैर बांध कर दूसरे कमरे में बिठा दिया और इसके बाद रणजीत की गला घोंट कर हत्या कर दी.
क्या था हत्या के पीछे का कारण : टॉलीगंज थाने की पुलिस ने जब घटना की जांच शुरू की तो स्वीपर सोना घोष की बातों पर शक हुआ. पूछताछ के लिए उसे थाने ले जाया गया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक सोना ने शुरुआत में पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की, लेकिन बाद में पूरे मामले से परदा उठा दिया.
पुलिस को सोना ने बताया कि रणजीत चटर्जी के यहां विश्वनाथ देबनाथ उर्फ विशु नामक एक कार चालक भी रहता था. घर बनाने के लिए उसने रणजीत से 1.5 लाख रुपये उधार लिये थे, जिसे वापस करने के लिए रणजीत उस पर दबाव डाल रहा था. इसी बात को लेकर कुछ दिनों से उसका रणजीत के साथ उसका विवाद चल रहा था.
दो सप्ताह पहले वह झारखंड के गिरीडीह गया था, यहां उसे बेटी के दाखिले के लिए 20 हजार रुपये की जरूरत थी. लिहाजा रणजीत के घर में काफी रकम होने का अनुमान लगा कर उसने विश्वनाथ के साथ साजिश रची.
भाड़े पर बदमाश को लाकर कराया कत्ल : सोना ने बताया कि साजिश के तहत वह बुधवार सुबह एक बदमाश को भाड़े पर लेकर रणजीत के घर पहुंचा और वारदात को अंजाम दिया. लेकिन वारदात के बाद रणजीत के घर से सिर्फ दो मोबाइल के अलावा कोई रकम उसके हाथ नहीं लग सका.
सोना ने पुलिस से बचने के लिए साथी से अपने हाथ-पैर बंधवा लिये. हालांकि घटना के बाद जांच को पहुंची पुलिस को सोना के बयान पर शक हुआ, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. जानकारी के बाद इस घटना से जुड़े और तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.