एनसीसी छात्राओं ने मुश्किल दार्जिलिंग पहाड़ी पर 60 किलोमीटर तक ट्रेकिंग की. इन छात्राओं ने स्वेच्छा से मृत्यु के बाद आंख व ऑर्गन दान करने के लिए भी एक फॉर्म भर कर जमा किया. ग्रुप हेडक्वार्टर्स एनसीसी, दार्जिलिंग एंड सिक्किम द्वारा इस कार्यक्रम का संचालन किया गया.
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1000 एनसीसी छात्राओं ने दुर्गम पहाड़ियों पर ट्रेकिंग की
कोलकाता. पूरे देश भर से अलग-अलग शाखा से आयीं लगभग 1000 एनसीसी छात्राओं ने दार्जिलिंग के दुर्गम व ऊचें पहाड़ों पर ट्रेकिंग की. केवल एनसीसी की लड़कियों के लिए शुरू की गयी कंचन सूर्य दार्जिलिंग बागान ट्रेक में भी एनसीसी कैडेट्स ने काफी उत्साहपूर्वक भाग लिया. एनसीसी छात्राओं ने मुश्किल दार्जिलिंग पहाड़ी पर 60 किलोमीटर […]
कोलकाता. पूरे देश भर से अलग-अलग शाखा से आयीं लगभग 1000 एनसीसी छात्राओं ने दार्जिलिंग के दुर्गम व ऊचें पहाड़ों पर ट्रेकिंग की. केवल एनसीसी की लड़कियों के लिए शुरू की गयी कंचन सूर्य दार्जिलिंग बागान ट्रेक में भी एनसीसी कैडेट्स ने काफी उत्साहपूर्वक भाग लिया.
मौके पर एनसीसी डायरेक्टोरेट वेस्ट बंगाल एंड सिक्किम के मेजर जनरल एके घोष ने एनसीसी कैडेट्स को धन्यवाद देते हुए कहा कि पहाड़ों पर इस मुश्किल मिशन को छात्राओं ने सफलतापूर्वक पूरा किया. हमारे एनसीसी कैडेट्स निस्वार्थ सेवा व सामाजिक कामों में हमेशा अव्वल रहते हैं. कैडेट्स के साथ अन्य अधिकारियों ने भी ट्रेकिंग में लड़कियों का उत्साह बढ़ाने के लिए भाग लिया. यहां 17 एनसीसी डायरेक्टोरेट से आयी कैडेट्स ने परंपरागत नृत्य कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया. ट्रेकिंग दुधिया से गियाबरी, सौरेनी लोवर, बंगकुलंग तक की गयी. श्री घोष ने सभी कैडेट्स को सर्टिफिकेट्स, बैज व पुरस्कार दिये गये. यह जानकारी एक प्रेस विज्ञप्ति में एनसीसी (वेस्ट बंगाल एंड सिक्किम डायरेक्टोरेट) के पीआरओ कैप्टन डॉ बीबी सिंह ने दी.
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