कोलकाता. दमदम गोराबाजार सरिया-सीमेंट व्यवसायी बसंत लाल सेठ और उनके भाई कमल लाल सेठ की मौत की घटना पर मंगलवार को अंचल के व्यवसायियों ने गहरा शोक जताया. अंचल के ज्यादातर व्यवसायियों ने अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रखे, इनमें अंचल की ज्वेलरी शॉप, सरिया, सीमेंट, पेंटस और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान शामिल रहे. दोपहर 12 बजे इलाके में दोनों भाइयों का शव पहुंचने पर अंचल के व्यवसायियों और स्थानीय लोगों का भारी तांता लग गया. रास्ते के दोनों किनारे पर खड़े होकर सैकड़ों की तादाद में लोगों ने दोनों भाइयों के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजली दी.
इलाके में चारों ओर शोक व्याप्त हो गया. लोगों के भारी हुजूम की वजह से दमदम पोस्ट ऑफिस व दमदम सेंट्रल जेल रोड कुछ देर तक बंद हो गया. दमदम सेंट्रल जेल मोड़ स्थित निवास स्थान पर दोनों भाइयों का शव पहुंचने पर परिवार और स्थानीय लोग फूट-फूट कर रो पड़े, पूर महौल गमगीन हो उठा. दमदम नगरपालिका के चेयरमैन हरेंद्र सिंह और 18 नंबर वार्ड के पार्षद शिव प्रसाद यादव ने भी उनके घर पर पहुंच कर पार्थिव शरीर को श्रद्धा सुमन अर्पित किया.
चेयरमैन हरेंद्र सिंह ने बताया कि एक ही परिवार के दो भाइयों की मौत और चार भाइयों के दुर्घटना में घायल हो जाने की घटना बड़ी दुखद है. परिवार पर बहुत बड़ी आफत आयी हुई है. घायल भाइयों को संभालना किसी एक के लिए बहुत बड़ी चुनौती है. हादसे से उबरने में उन्होंने परिवार को अपना पूरा सहयोग देने की बात कही. शव यात्रा में भी काफी संख्या में व्यवसायी वर्ग और स्थानीय लोगों ने भाग लिया. दोनों की नीमतल्ला घाट पर मंगलवार शाम अंत्येष्टि कर दी गयी.
गौरतलब है कि हावड़ा में साेमवार सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक कार दुर्घटना में व्यवसायी बसंत लाल सेठ और उनके भाई कमल लाल सेठ की मौत हो गयी थी, जबकि उक्त कार में सवार उनके चार अन्य भाई रामलाल, श्याम लाल, बिमल लाल और निर्मल लाल सेठ घायल हो गये थे. चारों भाइयों का दमदम के निजी अस्पताल आइएलएस में इलाज चल रहा है. सोमवार रात अस्पताल के डॉक्टरों ने बिमल लाल सेठ का ऑपरेशन किया. अभी भी बिमल लाल सेठ की स्थिति गंभीर बतायी गयी है.