हावड़ा. देश का जितना रुपया कालाधन के रूप में विदेशी बैंकों में जमा है, वह वापस आना चाहिए. सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझसे कालाधन वापस लाने का वादा किया था. यह कहना है पतंजलि योगपीठ के प्रधान बाबा रामदेव का. वह पतंजलि योगपीठ की हावड़ा शाखा के उदघाटन के अवसर पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि कालाधन वापस लाने के बारे में कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए.
बाबा रामदेव ने सर्वप्रथम सभी को बांग्ला भाषा में ‘सबाई के आमार प्राणभरा भालोबासा’ से संबोधन किया. पत्रकारों के प्रश्नों का जवाब देते हुए उन्होंने शिक्षा के मुद्दे पर कहा कि देश में पतंजलि द्वारा आचार्य कुलम बनाया जायेगा, जिसमें एक साथ सभी जाति-धर्म के गरीब-अमीर बच्चे आधुनिक के साथ-साथ वैदिक शिक्षा ग्रहण करेंगे. उन्होंने राज्य सरकार से स्कूलों में योग शिक्षा की व्यवस्था करवाने के लिए सहायता मांगी. उन्होंने कहा कि फिलहाल आचार्य कुलम में सीबीएससी बोर्ड की पढ़ाई होगी. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल मजहब के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. अगर हम एक रहे, तो हमें कोई नहीं बांट सकेगा. पतंजलि योगपीठ के उत्पादों के बारे में उन्होंने कहा कि उनसे आय होनेवाली रकम का व्यय शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में किया जाता है, जबकि विदेशी सामान से होनेवाली आय को देश से बाहर भेजा जाता है. बाबा रामदेव नेे लोगों से पतंजलि का सामान इस्तेमाल करने को कहा. उन्होंने कहा कि अपने आप में भारत है.
दिमाग से ब्राह्मण, भुजाओं से क्षत्रिय, सेवा की दृष्टि शुद्र और व्यापार के क्षेत्र में बनियों के गुरु हैं. इससे पहले कार्यक्रम का उदघाटन बाबा रामदेव, शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी व सिंचाई मंत्री राजीव बनर्जी ने संयुक्त रूप से किया. इस मौके पर पार्थ चटर्जी ने बाबा रामदेव को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि जिस वक्त ममता बनर्जी राज्य से वामपंथियों को उखाड़ फेंकने के लिए संघर्ष कर रही थीं, उस वक्त बाबा रामदेव ने कंधे से कंधा मिलाकर इस संघर्ष में हमारा साथ दिया था. मौके पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि रंग देखने से नहीं होगा. अगर बाबा रामदेव शिक्षा के क्षेत्र में कोई सलाह देते हैं, तो हम वचन देते हैं कि उसे पूरा करेंगे.