कोलकाता. डंकन्स समूह के मालिक गौरी प्रसाद गोयनका सोमवार को सीआइडी दफ्तर में हाजिरी लगायी. सीआइडी अधिकारियों ने उनसे लगभग एक घंटे तक पूछताछ की. सुबह 11 बजे वह सीआइडी मुख्यालय भवानी भवन पहुुंचे और दिन के 12 बजे निकल गये. गौरतलब है िक उत्तर बंगाल स्थित डंकन्स के चाय बागान में एक महिला श्रमिक की मौत की घटना की जांच सीआइडी ने अपने हाथ में लिया है.
इसी सिलसिले में सीआइडी ने डंकन्स समूह के प्रमुख गौरी प्रसाद गोयनका को तलब किया था. राज्य के बाहर होने के कारण वे हाजिर नहीं हो सके थे. उनकी जगह कंपनी के कार्यकारी निदेशक एमएच सिनॉय से पूछताछ हुई थी. महानगर पहुंचने पर सोमवार को गोयनका सीआइडी के सामने हाजिर हुए.
पूछे गये सवाल
1. पहाड़ पर डंकन्स समूह के कितने चाय बागान हैं. इनकी मौजूदा स्थिति क्या है.
2. समूह के कितने चाय बागान बंद हैं और कितने खुले हैं.
3. कंपनी के िलए कितने श्रमिक काम कर रहे है. इनमें से कितनों को रोजाना काम मिल रहा है और बागान बंद होने से कितने बेरोजगार हैं.
4. बेरोजगार श्रमिकों के लिए कंपनी क्या कर रही है. इनमें से कितने का बेतन बकाया है, और बकाया बेतन को चुकाने के लिए कंपनी क्या रणनीति बना रही है.
5. कितने श्रमिकों का पीएफ जमा किया गया है. किसी का बकाया है या नहीं और बकाया है तो वह कब तक जमा कर दिया जायेगा.
6. आगामी कुछ दिनो में कितने चाय बागान खोलने का निर्णय कंपनी ने लिया है. इसके अलावा कंपनी के विस्तार की क्या योजनाएं है.
फिर पूछताछ के िलए बुलाया जा सकता है
सूत्रों के मुताबिक, गोयनका से कुछ और कागजात मांगे गये हैं. पूरे कागजात मिलने के बाद इसकी जांच शुरू होगी. जरूरत पड़ने पर दोबारा उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.
ज्ञात हो कि दार्जिलिंग में एक बंद चाय बागान की महिला कर्मचारी की मौत हुई थी. जांच में बताया गया था कि भुखमरी की शिकार होकर उसने दम तोड़ा है. इसके बाद दार्जिलिंग के एक थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी गयी थी. उसी जांच को अपने हाथ में लेने के बाद पूछताछ के सिलसिले में डंकन्स समूह के प्रमुख गौरी प्रसाद गोयनका को तलब किया गया था. पहाड़ के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी चाय बागान की बंद स्थिति पर नाराजगी जाहिर की थी.