कोलकाता: वाम मोरचा ने देश में पिछले कुछ दिनों में घटी सांप्रदायिक घटनाओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और कहा कि इस मुद्दे पर उनकी चुप्पी ऐसी घटनाओं को भड़का रही है. राज्य वाम मोरचा के अध्यक्ष विमान बसु ने कहा कि नरेंद्र मोदी के पिछले एक साल और पांच महीने के शासनकाल में देश ऐसा लगने लगा है, जिसे आसानी से नहीं पहचाना जा सके. इस देश में लोग सदियों से हमेशा सौहार्द्र के साथ रहे हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाओं पर उनकी चुप्पी देश में सांप्रदायिक घटनाओं को भड़का रही है. मोदी सरकार ने पिछले एक साल और पांच महीने में देश को ऐसी जगह बना दिया है, जो हम सभी के लिए अनजान हो.
विरोध स्वरूप अपने सम्मान लौटा रहे साहित्यकारों के प्रति समर्थन जताते हुए विमान बसु ने कहा कि हम लेखकों का पूरा समर्थन करते हैं. देश में मौजूदा स्थिति गंभीर है. सभी क्षेत्रों के लोगों को साथ आने और बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ प्रदर्शन करने की जरूरत है.
दादरी की घटना पर श्री बसु ने कहा कि किसी को किसी की व्यक्तिगत पसंद और आस्था में दखल देने का हक नहीं है. अगर कोई बीफ खाना चाहता है, तो वह खा सकता है. अगर कोई बकरी का मांस खाना चाहता है, तो वह खा सकता है.
श्री बसु ने अमेरिका के साथ रणनीतिक सैन्य संबंधों पर मोदी सरकार के जोर देने पर भी सवाल खड़ा किया. भारत, अमेरिका और जापान के बीच हुए मालाबार अभ्यास पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री बसु ने कहा कि अमेरिका और जापान के साथ एक रणनीतिक सैन्य संबंध भारत की रणनीतिक स्वतंत्रता और स्वायत्तता के लिए नुकसानदायक हैं. भारत को एशिया में अमेरिकी सैन्य रणनीति के अधीन सहयोगी नहीं बनना चाहिए. उन्होंने बताया कि वाम मोरचा 16 अक्तूबर को सांप्रदायिकता और बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ रैली आयोजित करेगा.
राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने उत्तर प्रदेश के दादरी कांड की निंदा की है. उन्होंने कहा कि किसी के खान-पान पर पाबंदी लगाने का अधिकार किसी के पास नहीं है.
तृणमूल कांग्रेस इस प्रकार की घटना का कभी समर्थन नहीं करती है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग सिर्फ राजनीतिक लाभ उठाने के लिए इस प्रकार की घटना को अंजाम दे रहे हैं.