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सोमनाथ की माकपा में वापसी की संभावना नहीं
कोलकाता : विगत 19 जुलाई को बोलपुर स्थित संसद के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चट्टोपाध्याय के निवास स्थान पर माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी के मिलने, दोपहर का खाना खाने व एक ही कार्यक्रम में मंच साझा करने के बाद चट्टोपाध्याय के माकपा में वापसी की संभावनाएं जैसे बढ़ गयी थी लेकिन मंगलवार को यह लगभग […]
कोलकाता : विगत 19 जुलाई को बोलपुर स्थित संसद के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चट्टोपाध्याय के निवास स्थान पर माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी के मिलने, दोपहर का खाना खाने व एक ही कार्यक्रम में मंच साझा करने के बाद चट्टोपाध्याय के माकपा में वापसी की संभावनाएं जैसे बढ़ गयी थी लेकिन मंगलवार को यह लगभग स्पष्ट हो गया कि उनके माकपा में वापसी की संभावनाएं नहीं हैं.
सूत्रों के अनुसार सोमनाथ चट्टोपाध्याय ने साफ कर दिया कि शारीरिक व पारिवारिक कारणों की वजह से वे पार्टी में दोबारा योगदान नहीं दे पायेंगे.
गौरतलब है कि वर्ष 2008 में परमाणु करार के मसले पर तत्कालीन संप्रग सरकार से वाम दलों ने समर्थन वापस ले लिया था. उस वक्त सोमनाथ चट्टोपाध्याय संसद के अध्यक्ष थे. ऐसे में उनके अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं देने पर माकपा द्वारा उन्हें निष्कासित कर दिया गया था. उनके निष्कासन को लेकर कई वामपंथी नेता संतुष्ट नहीं थे. सीताराम येचुरी के माकपा के महासचिव पद संभालने के बाद से ही सांगठनिक ताकत बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है.
येचुरी के सोमनाथ चट्टोपाध्याय के आवास में मिलने से पहले ज्योति बसु जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में भी एक मंच पर देखा गया था. सोमनाथ चट्टोपाध्याय के वापस माकपा में शामिल होने के प्रश्न पर कथित तौर पर माकपा महासचिव ने पहले ही कहा था कि सोमनाथ बाबू पार्टी कार्यक्रमों में काफी सक्रिय हैं.
उन्होंने चुनावों में पार्टी के कुछ उम्मीदवारों के लिए प्रचार भी किया है. उनकी पार्टी सदस्यता के संबंध में औपचारिकता बड़ा सवाल नहीं है. इस बयान के कुछ दिनों बाद ही वयोवृद्ध नेता सोमनाथ चट्टोपाध्याय ने माकपा में वापसी की संभावना को खारिज कर दिया.
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