सिलीगुड़ी. सिक्किम के नाथुला मार्ग से ऐतिहासिक कैलाश मानसरोवर यात्रा गुरुवार को शुरू होगी. 40 श्रद्धालुओं का पहला जत्था बुधवार को सिक्किम की राजधानी गंगटोक पहुंच गया. एयर इंडिया की फ्लाइट से सभी श्रद्धालु जैसे ही दोपहर करीब एक बजे बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचे,एयरपोर्ट अथॉरिटी, सिक्किम पर्यटन विकास निगम (एसटीडीसी), अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन की सिलीगुड़ी इकाई व सीआइआइ की ओर से भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान एयरपोर्ट शंखनाद व हरहर भोले के जयकारों से गूंजायमान हो उठा. दोपहर करीब दो बजे सिक्किम टूरिज्म के दो एसी बसों के माध्यम से सभी श्रद्धालुओं को सड़क मार्ग से गंगटोक के लिए रवाना किया गया. सभी श्रद्धालु बुधवार शाम को गंगटोक
पहुंच गये. एयरपोर्ट अथॉरिटी के डायरेक्टर आरके सहाय ने बताया कि 40 श्रद्धालुओं के इस पहले जत्थे में भारत के विभिन्न प्रांतों से कुल 39 श्रद्धालु व एक लाइजिंग ऑफिसर हैं. 39 श्रद्धालुओं में 12 महिलाएं भी शामिल हैं. 10 अन्य श्रद्धालु पहले ही मेडिकल टेस्ट में रिजेक्ट हो गये. नाथुला मार्ग से मानसरोवर की यात्रा में प्रत्येक श्रद्धालु का खर्च 1.75 लाख रुपये पड़ रहा है, जबकि नेपाल से यात्रा करने के दौरान यह खर्च 1.25 लाख रुपये ही पड़ता था.
मानसरोवर यात्रा को लेकर श्रद्धालु उत्सुक
मानसरोवर यात्रा को लेकर बागडोगरा एयरपोर्ट में श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा गया. श्रद्धालुओं के पहले जत्थे में पश्चिम बंगाल से एकमात्र 64 वर्षीय महिला शोभा रानी घोष काफी उत्सुक दिखायी दी. उन्होंने बताया कि उसके परिवार में कोई नहीं है. वह बर्दवान जिले के भाता थाना की रहने वाली है. उन्होंने इंटरनेट के माध्यम से मानसरोवर यात्रा के लिए आवेदन किया था. लॉटरी के माध्यम से यात्रा के लिए वह चुनी गयी. उम्र के इस पड़ाव में भी मेडिकल टेस्ट में वह चुन ली गयी. यह भोले बाबा की ही कृपा है. वहीं सिक्किम की दो युवती ज्योति मामला गुरूंग व रोशन प्रधान ने भी
अपनी पहली मानसरोवर यात्रा के लिए भोले बाबा को धन्यवाद दिया. दोनों का कहना है कि बाबा की कृपा से ही वह इस यात्रा का सौभाग्य उठाने में कामयाब हुई हैं. रोशन ने कहा कि नरेंद्र मोदी की पहल पर सिक्किम के रास्ते मानसरोवर यात्रा की शुरूआत सिक्किम वासियों के लिए एक सौगात है. इससे सिक्किम पर्यटन ही नहीं, बल्कि लोगों का भी आर्थिक विकास होगा. श्रद्धालुओं के इस जत्थे में राजस्थान के बूंदी निवासी नवरतन अग्रवाल, बेंगलूर की सुमन कुमारी, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निवासी संजीव वर्मा व एक वृद्ध दंपत्ती बैंक से सेवानिवृत्त राजकुमार शुक्ला (67) व उनकी पत्नी माध्वी शुक्ला (65), मध्यप्रदेश के ओमकार तारकेश्वर, मंदिर के साधु भरत दास, हरियाणा के संदीप कुमार व अन्य शामिल हैं.