27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अपहरण. सीपी से मिले लापता छात्र के पिता, मदद का आश्वासन गुजर गये चार दिन, लगायी गुहार

कोलकाता: आरजीकर अस्पताल के हॉस्टल से रहस्यमय तरीके से द्वितीय वर्ष के डॉक्टरी के छात्र अभिजीत सिंह के लापता होने के चार दिन गुजर जाने के बावजूद उसका कोई सुराग नहीं मिल सका है. लापता जूनियर डॉक्टर अभिजीत सिंह के पिता उमेश्वर सिंह ने बेटे के अपहरण किये जाने की आशंका जाहिर करते हुए टाला […]

कोलकाता: आरजीकर अस्पताल के हॉस्टल से रहस्यमय तरीके से द्वितीय वर्ष के डॉक्टरी के छात्र अभिजीत सिंह के लापता होने के चार दिन गुजर जाने के बावजूद उसका कोई सुराग नहीं मिल सका है. लापता जूनियर डॉक्टर अभिजीत सिंह के पिता उमेश्वर सिंह ने बेटे के अपहरण किये जाने की आशंका जाहिर करते हुए टाला थाने में मंगलवार शाम को बेटे के अपहरण की शिकायत अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज करायी.

इसके बाद अपहरण के लिहाज से इस मामले की जांच लालबाजार के गुप्तचर विभाग की टीम ने शुरू कर दी है. आरजीकर अस्पताल के हॉस्टल से अभिजीत सिंह रहस्यमय तरीके से शनिवार दोपहर को लापता हो गया था. टाला थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज करायी गयी थी.

सुराग मिलते ही करेंगे सूचित : पुलिस आयुक्त

वहीं इसके पहले लापता अभिजीत के पिता उमेश्वर सिंह व चाचा जितेंद्र सिंह मंगलवार दोपहर को लालबाजार जाकर पुलिस आयुक्त सुरजीत कर पुरकायस्थ से दोपहर दो बजे के करीब मिले और बेटे की तलाशी के लिए कारगर कदम उठाने की मांग की. लालबाजार सूत्रों के मुताबिक सीपी ने तकरीबन एक घंटे तक दोनों सदस्यों से बात की और इस मामले में हर संभव मदद करने व उनके बेटे की तलाशी के लिए कारगर कदम उठाने का आश्वासन दिया है. सीपी से मिलने के बाद अभिजीत के चाचा जितेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस आयुक्त ने बेटे के लापता होने के मामले को पूरी गंभीरता से उनसे सुना. उनके बेटे के बारे में सीपी ने कुछ जानकारियां भी उनसे ली. सीपी ने कहा कि लालबाजार से मिसिंग पर्सन स्क्वाड के सभी पुलिस कर्मी उनके बेटे की तलाशी की हर संभव कोशिश कर रहे है. जैसे ही कोई सुराग मिलता है, तुरंत उनके परिवार को सूचित कर दिया जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें