इस नोटिस के बाद श्रेया की कंपनी की तरफ से उनके अकाउंटेंट नीलकमल चक्रवर्ती ने इडी दफ्तर जाकर इडी के अधिकारियों को अकाउंट में रुपये आने के संबंध में कागजात सौंपे थे. उन कागजात में दिये गये जानकारी से असंतुष्ट होने के बाद मंगलवार को फिर से इडी के अधिकारियों ने श्रेया पांडे को इडी दफ्तर बुलवा भेजा.
इसके कारण मंगलवार को फिर से उनके अकाउंटेंट नीलकमल चक्रवर्ती इडी दफ्तर जाकर इडी के अधिकारियों से मिले. इस दौरान इडी अधिकारियों के कई सवालों का जवाब भी उन्हें देना पड़ा. रोजवैली कंपनी से उनकी कंपनी के अकाउंट में रुपये भेजने को लेकर कई अन्य कागजात भी मंगलवार को सौंपे गये. इडी के अधिकारी मंगलवार को सौंपे गये कागजातों की जांच करेंगे. इसके बाद अगला निर्णय लिया जायेगा.
ज्ञात हो कि इस मामले में श्रेया पांडे की तरफ से बताया गया था था कि यूनी टेक्नोकॉम नामक उनकी एक इंटेरियर डिजाइनर कंपनी है. इस कंपनी के साथ रोज वैली का एक समझौता हुआ था, जिसमें रोजवैली के एक चैनल व मंदारमनी में एक होटल में इंटेरियर डिजाइन करने के लिए दो करोड़ रुपये रोजवैली से उनकी कंपनी को मिलना था. कागजात में श्रेया की तरफ से दावा किया गया है कि काम पूरा करने के बाद इसी दो करोड़ रुपये की पहली किस्त 70 लाख उनकी कंपनी में रोजवैली की तरफ से से जमा किये गये थे. बाकी रुपये अब भी रोजवैली के पास बकाया है. वहीं इडी अधिकारियों का कहना है कि आखिर ऐसा क्या खास डेकोरेशन करना था जिसके लिए दो करोड़ रुपये का समझौता हुआ था.