उन्होंने बताया कि बंगाल में तंबाकू सेवन पर नियंत्रण लगाने के लिए एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसमें एसोसिएशन ने तंबाकू वाले उत्पादों की कीमत और बढ़ाने की मांग की है. इसके साथ ही यहां एंटी टोबैको कानून बनाने का प्रस्ताव पेश किया गया है.
बंगाल की कुल जनसंख्या का करीब 36.3 प्रतिशत अर्थात 2.5 करोड़ लोग तंबाकू का सेवन करते हैं. उन्होंने बताया कि आइडीए ने नारायणा सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल के साथ मिल कर जागरूकता अभियान चलाने का फैसला किया है. इस संबंध में हॉस्पिटल के रेडिएशन आंकोलॉजिस्ट विभाग के सलाहकार डॉ सुमन मल्लिक ने बताया कि 31 मई को ‘वर्ल्ड नो टोबैको डे’ से यह अभियान शुरू होगा, जो अगले एक वर्ष तक चलेगा. 31 मई को आइडीए के साथ मिल कर यहां एक रैली निकाली जायेगी, जिसके माध्यम से लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने की अपील की जायेगी.