घटना के बाद वाहन को वहां सेवारत चंदन पांडे नामक एक पुलिस कर्मी ने रोका. वाहन में देवप्रिया समेत तीन युवतियां और दो युवक मौजूद थे. आरोप के मुताबिक कांस्टेबल द्वारा पूछताछ के दौरान उससे र्दुव्यवहार किया गया व नोटबुक फाड़ने की कोशिश की गयी. इसकी सूचना स्थानीय थाने को दी गयी. मौके पर पुलिस पहुंची, लेकिन मामला शांत नहीं हो पाया. बाद में पांचों को थाने लाया गया.
घटना की सूचना उनके अभिभावकों को दी गयी. सूत्रों के अनुसार, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. बताया गया है कि इसके बाद टालीगंज थाने में पांचों के खिलाफ सेवारत पुलिस कर्मी से र्दुव्यवहार के आरोप में शिकायत दर्ज करायी गयी लेकिन उन्हें खबर लिखे जाने तक गिरफ्तार नहीं किया गया था. पुलिस से र्दुव्यवहार के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाने से व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इधर मेयर शोभन चटर्जी का कहना है कि पुलिस अपना कार्य करेगी, उसके कार्यो में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं किया जाना चाहिए.