कोलकाता: आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक सदस्यों में से एक प्रोफेसर योगेंद्र यादव का कहना है कि पिछले दो महीने के दौरान पार्टी में जो कुछ हुआ, उससे लाखों लोगों को भारी धक्का पहुंचा है. ये वे लोग थे, जो एक नयी राजनीति व इसमें पारदर्शिता लाने के मकसद से अपना काम-धंधा, घर-द्वार छोड़ […]
कोलकाता: आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक सदस्यों में से एक प्रोफेसर योगेंद्र यादव का कहना है कि पिछले दो महीने के दौरान पार्टी में जो कुछ हुआ, उससे लाखों लोगों को भारी धक्का पहुंचा है. ये वे लोग थे, जो एक नयी राजनीति व इसमें पारदर्शिता लाने के मकसद से अपना काम-धंधा, घर-द्वार छोड़ कर इस आंदोलन में शामिल हुए थे.
पर आप में मचे घमसान के बाद इनका दिल टूट गया है. ये लोग फिर से अपने काम-धंधे, घर-द्वार लौटना चाह रहे हैं. यह एक बहुत बड़ा नुकसान है. उनके अंदर जो एक ऊर्जा थी, हमें उसे बचाना है. यह उनकी निजी लड़ाई नहीं है, इसलिए वह आम आदमी पार्टी व अरविंद केजरीवाल की आलोचना करना नहीं चाहते हैं. उन्होंने बताया कि उन पर यह आरोप लगाया गया था कि वह आप के अध्यक्ष बनना चाहते थे, पर उन्हें जो चाजर्शीट दी गयी, उसमें इस आरोप का जिक्र तक नहीं था.
आंदोलन को आगे बढ़ाना जरूरी
प्रो यादव ने बताया कि रामलीला मैदान से जिस वैकल्पिक पारदर्शी राजनीतिक व्यवस्था के आंदोलन की शुरुआत हुई थी, उस लड़ाई को आगे बढ़ाना है. पिछले तीन वर्षो में देश में एक नयी राजनीति की एक झलक देखने को मिली थी. इस आंदोलन में बड़ी संख्या में ऐसे लोग शामिल हुए थे, जिनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था.
नयी व्यवस्था की संभावना
हमारे देश में इस नयी व्यवस्था को स्थापित करने की बड़ी संभावना है, पर कुछ ऐसी परिस्थिति आयी कि लोगों की उम्मीदें पूरी नहीं हुईं. इस आंदोलन से जो नयी पार्टी, उसमें अन्य पार्टी की बीमारियां शामिल हो गयीं. वही दिल्ली केंद्रित, व्यक्तिवादी, हाइकमान कल्चर यहां भी हावी हो गया. हमें इससे निकल कर आगे बढ़ना है. उसके लिए हम लोगों ने स्वराज अभियान शुरू किया है. इसके तहत हम लोग देश भर में जा कर लोगों से स्वराज संवाद कर रहे हैं.
हमें पूरे देश में स्वराज केंद्र स्थापित करना है. सत्ता का विकेंद्रीकरण करना, एक नया राजनीतिक एजेंडा तैयार करना व किसानों के मुद्दे को उठाना हमारा लक्ष्य है. इसके लिए हम छात्रों व प्रोफेशनल से यह अपील कर रहे हैं कि वह अपना कुछ वक्त गांवों में जा कर किसानों के साथ बितायें. यह एक राष्ट्रव्यापी यात्र है. हमें इसे एक पारदर्शी संघीय संगठन का रूप देना है. यात्र पूरी होने के बाद हम लोग आपस में बैठ कर भविष्य की रणनीति तय करेंगे. आम आदमी पार्टी की प्रदेश इकाई के अधिकतर सदस्य स्वराज अभियान में शामिल हो गये हैं.