सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जमीन अधिग्रहण बिल पर तृणमूल कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ है. इसलिए तृणमूल कांग्रेस से जमीन अधिग्रहण बिल पर समर्थन प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के बीच बैठक होगी. तृणमूल कांग्रेस के समर्थन से केंद्र सरकार दो महत्वपूर्ण विधेयक खनन व बीमा बिल राज्यसभा में पास करा चुकी है, लेकिन जमीन अधिग्रहण संबंधी विधेयक अभी भी अटका हुआ है.
इसलिए केंद्र सरकार हर कीमत पर राज्यसभा में इस विधेयक को पास कराना चाहती है. जमीन अधिग्रहण बिल पर तृणमूल कांग्रेस के समर्थन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं सीएम के साथ बैठक कर सकते हैं. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनका बायकाट शुरू कर दिया था. प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली में सभी राज्यों के सीएम को लेकर बुलायी गयी बैठक में भी ममता बनर्जी नहीं गयी थी. हालांकि राज्यसभा में भाजपा की सीटें काफी कम हैं, इसलिए केंद्र सरकार बिल पर सभी पार्टियों का समर्थन प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.