इसलिए शनिवार जैसा माहौल नहीं दिखा, फिर भी लगातार दो दिन आये भूकंप से लोग चिंतित दिखे. रविवार को आये भूकंप के झटके से महानगर में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सॉल्टलेक स्थित सीजीओ कॉम्प्लेस की इमारत में दरार पड़ गयी. उधर, ईसीएल ने अपनी खदानों में सतर्कता जारी कर दी है. दिल्ली स्थित मौसम विभाग ने फिर से भूकंप के झटके की आशंका जतायी है.
इस बीच, मिरिक में भी एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है. मिरिक के वार्ड नंबर आठ में भरत प्रधान की मौत हो गयी है. भूकंप की वजह से सिलीगुड़ी व आसपास के इलाकों में मरनेवालों की संख्या बढ़ कर पांच हो गयी है. भूकंप में भी भगदड़ की वजह से कई लोग घायल हो गये है. सिलीगुड़ी सदर अस्पताल में रविवार को 22 मरीजों को भरती कराया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद कई लोगों को छुट्टी दे दी गयी, जबकि गंभीर रूप से घायलों 12 लोगों को अस्पताल में भरती कराया गया है. सिलीगुड़ी सदर अस्पताल में भूकंप में घायल कुल 40 मरीज भरती हैं. सिलीगुड़ी के विधायक व राज्य में स्वास्थ्य विभाग पर गठित स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष रुद्रनाथ भट्टाचार्य ने रविवार को अस्पताल का दौरा किया और घायलों से मिले. अस्पताल में जितने भी मरीज भरती हैं, उनमें महिलाओं व बच्चों की संख्या ज्यादा है. उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में भूकंप के दौरान घायल 20 मरीज भरती हैं. इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अस्पताल जाकर घायलों से मिलीं. उन्होंने भी अस्पताल के अधिकारियों एवं डॉक्टरों को मरीजों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने भूकंप पीड़ितों के लिए बेड बढ़ाने की हिदायत भी दी. उन्होंने कहा कि न केवल सदर अस्पताल में नहीं, बल्कि उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में भी बेडों की संख्या बढ़ाये जाने की जरूरत है.
रविवार होने के कारण छुट्टी के दिन अधिकांश लोग अपने-अपने घरों में ही थे. भूकंप का एहसास होते ही सभी लोग अपने-अपने घरों से भाग खड़े हुए और सुरक्षित स्थान पर पहुंच कर अपनी जान बचाने की कोशिश की. भूकंप के समय हर ओर ही आतंक का माहौल था. महिलाएं जोर-जोर से शंख बजाने लगी थीं. करीब 30 सेकेंड तक झटका लगने के बाद स्थिति सामान्य हो गई. फिर भी लोगों में डर इतना अधिक था कि घर में प्रवेश करने से घबरा रहे थे. अधिकांश घरों के लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल गये . यह लोग सड़क पर डेरा जमाये हुए थे. देर शाम तक घर के अंदर प्रवेश करने से सभी डरे हुए थे. सिलीगुड़ी के अधिकांश इलाकों में आतंक-सा माहौल था. सिलीगुड़ी के साथ-साथ उत्तर बंगाल के अन्य शहरों की भी कमोवेश यही स्थिति थी. रियेक्टर स्केल पर भूकंप का पैमाना 6.7 बताया गया है. भूकंप का केंद्र एक बार फिर नेपाल था. जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार के साथ-साथ उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, कूचबिहार, मालदा आदि स्थानों पर भूकंप के झटके लगे हैं. दाजिर्लिंग पर्वतीय क्षेत्र भी भूकंप से कांपा है. पड़ोसी राज्य सिक्किम के भी हिलने की खबर है. हालांकि वहां किसी प्रकार के नुकसान की कोई खबर नहीं है. यहां उल्लेखनीय है कि कल शनिवार को आये भूकंप में भारी नुकसान हुआ था. सिलीगुड़ी में दो लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि भगदड़ में कइ लोग घायल हो गए थे. इस भूकंप की घटना में सिलीगुड़ी में दर्जनों मकान भी क्षतिग्रस्त हुए थे.