सूचना पाकर विनय सिंह के पारिवारिक सदस्य मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को कोलकाता के निजी अस्पताल में भरती करवाया. विनोद को पेट में व राजेश को सीने में गोली लगी. दोनों का आपरेशन किया गया. उनकी हालत गंभीर बतायी गयी है. उधर, पार्षद विनय सिंह के बड़े भाई बृजनाथ सिंह ने शालीमार जीआरपी में वार्ड नंबर 35 के पूर्व पार्षद व दक्षिण हावड़ा तृणमूल स्पोर्ट्स सेल के अध्यक्ष प्रदीप तिवारी के भाइयों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करवायी है. परितोष तिवारी को मुख्य आरोपी बनाया गया है.
जबकि कमलेश तिवारी, संजय तिवारी, अजय तिवारी, अनूप तिवारी व अनिल तिवारी के खिलाफ भी शिकायत दर्ज करवायी गयी है. बताया जा रहा है कि यार्ड में सामान की लोडिंग व अनलोडिंग को लेकर दोनों पक्षों के बीच पिछले कई महीनों से टकराव चल रहा था. रविवार रात शिवपुर थाने में दोनों पक्षों को बैठा कर मीटिंग हुई थी लेकिन सोमवार सुबह यह घटना हो गयी. बताया जा रहा है कि विनय सिंह और प्रदीप तिवारी ट्रांसपोर्ट के पेशे में हैं. मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस तैनात कर दी गयी है.
उन्होंने आरोप लगाया कि थोड़ी देर बाद परितोष तिवारी सहित छह भाई वहां पहुंचे. आरोप है कि परितोष व उसके भाइयों ने कुल चार राउंड गोली चलायी. दो गोली चूक गयी. तीसरी गोली विनोद के पेट में व चौथी गोली राजेश के सीने में लगी. वारदात को अंजाम देने के बाद सभी वहां से भाग निकले. ये सभी बाइक से पहुंचे थे. बृजनाथ सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष निगम चुनाव में वार्ड 35 से कांग्रेस उम्मीदवार विनय सिंह जीत गये थे,जबकि तृणमूल प्रत्याशी प्रदीप तिवारी को हार का सामना करना पड़ा था. जीत के बाद विनय सिंह तृणमूल में शामिल हो गये. तृणमूल में शामिल होना तिवारी परिवार को बरदाश्त नहीं हुआ.