मालदा: एक भारतीय ट्रक चालक पर बांग्लादेश के आंदोलनकारियों द्वारा किये गये हमले के बाद आज सुबह से मालदा के महदीपुर स्थित भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य सीमा पर जनजीवन ठप सा हो गया है. ट्रक चालक व खलासियों की सुरक्षा की मांग में इसपार के लोगों ने सीमा पर विरोध प्रदर्शन किया. स्थिति गंभीर देख दोनों […]
मालदा: एक भारतीय ट्रक चालक पर बांग्लादेश के आंदोलनकारियों द्वारा किये गये हमले के बाद आज सुबह से मालदा के महदीपुर स्थित भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य सीमा पर जनजीवन ठप सा हो गया है. ट्रक चालक व खलासियों की सुरक्षा की मांग में इसपार के लोगों ने सीमा पर विरोध प्रदर्शन किया.
स्थिति गंभीर देख दोनों देशों के सीमावर्ती सुरक्षा बलों के उच्च पदाधिकारी व प्रशासनिक अधिकारियों ने भारत के महदीपुर व बांग्लादेश के चापाइनगंज इलाके के जीरो प्वाइंट पर बैठक की. सुबह 11 बजे से शाम तीन बजे तक बैठक चली. बैठक में बीएसएफ के 125 नंबर बटालियन के कंपनी कमांडेंट रमन चांद, महदीपुर एक्सपोर्ट एसोसिएशन व ट्रक चालक संगठन के सदस्य भी उपस्थित रहे. वही बांग्लादेश की ओर से बीजीबी कमांडेंट लुत्फर रहमान, शिवगंज थाना के ओसी मसुद शेख, आयात व निर्यात संगठन के सदस्य उपस्थित थे.
बैठक में भारत की ओर से इस तरह की घटना को बंद करने के लिए सख्त चेतावनी दी गयी है. बीएसएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एक भारतीय ट्रक चालक रविवार को बांग्लादेश के विपक्षी दलों के हमले का शिकार हो गया. बांग्लादेश के आंदोलनकारियों ने रविवार रात करीब 11 बजे बांग्लादेश के शिवगंज थाना क्षेत्र के पानामा बंदरगाह पर खड़े गेंहू लदे एक भारतीय ट्रक को निशाना बना कर पेट्रोल व कॉकटेल बम फेंका. साथ ही ट्रक चालक को पीटा. ट्रक चालक किसी तरह आंदोलनकारियों के हाथ से बच निकला. ट्रक चालक का नाम सरिफुल शेख है. वह बीजीबी की मदद से किसी तरह रात को ही सीमा पार कर भारत लौट आया.
महदीपुर एक्सपोटर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव समीर घोष ने बताया कि घायल ट्रक चालक सरिफुल शेख ओल्ड मालदा थाना इलाके के मंगलबाड़ी का रहनेवाला है. वह गेंहू लदे ट्रक कोलेकर पानामा पोर्ट पर गया था. वहां पहुंचने के बाद ही आंदोलनकारियों ने उसपर हमला कर दिया. उसके गाड़ी में बम फेंक कर जला दिया गया. लाखों रुपये के गेंहू नष्ट कर दिये गये.
घायल ट्रक चालक को भारत में लाकर मालदा मेडिकल कॉलेज में भरती करा कर प्राथमिक इलाज कराया गया. ट्रक चालक सरिफुल शेख ने बताया कि अगर बीजीबी फोर्स समय पर नहीं पहुंचती तो प्रदर्शनकारी उसकी हत्या कर देते. जान जोखिम में डाल कर बांग्लादेश में माल भरती ट्रक ले जाना संभव नहीं है. बीजीबी कंपनी कमांडेंट लुत्फर रहमान ने इस घटना के प्रति खेद प्रकट करते हुए बताया कि भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न घटे, इस बात पर ध्यान दिया जायेगा. भारत से आने वाले मालवाही ट्रक चालकों की सुरक्षा का ख्याल रखा जायेगा. प्रभावित ट्रक मालिक को बांग्लादेश सरकार की ओर से क्षतिपूर्ति दिलाने की व्यवस्था की जायेगी. बीएसएफ कमांडेंट रमन चांद ने मालवाही ट्रक चालकों की अतिरिक्त सुरक्षा व हरसंभव सहायता का आश्वासन बांग्लादेश प्रशासन ने दिया है. दूसरी ओर, आज शाम को बैठक के बाद बाणिज्य सीमा चालू कर दिये जाने के बाद भी कोई ट्रक बांग्लादेश नहीं गया. महीदपुर एक्सपोटर्स एसोसिएशन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार से ट्रकों की आवाजाही शुरू हो जायेगी.