हावड़ा: जिले के दासनगर स्थित भारत जूट मिल में रविवार को तालाबंदी की घोषणा कर दी गयी. सुबह की पाली में मिल में काम करने गये श्रमिकों ने मुख्य द्वार पर कार्यस्थगन का नोटिस लगा हुआ देखा. मिल बंद होने की खबर श्रमिकों के बीच आग की तरह फैल गयी. इसके बाद उत्तेजित श्रमिकों ने […]
हावड़ा: जिले के दासनगर स्थित भारत जूट मिल में रविवार को तालाबंदी की घोषणा कर दी गयी. सुबह की पाली में मिल में काम करने गये श्रमिकों ने मुख्य द्वार पर कार्यस्थगन का नोटिस लगा हुआ देखा. मिल बंद होने की खबर श्रमिकों के बीच आग की तरह फैल गयी. इसके बाद उत्तेजित श्रमिकों ने मिल गेट के सामने प्रबंधन के इस फैसले के खिलाफ तीव्र रोष व्यक्त किया. भारत जूट मिल के बंद होने से 800 श्रमिक बेरोजगार हो गये हैं.
मिल प्रबंधन का कहना है कि कच्चे माल की कमी व तय सीमा से कम उत्पादन होने के कारण मिल को चालू रख पाना संभव नहीं था. श्रमिक यूनियनों ने मिल प्रबंधन के इस फैसले को श्रमिक विरोधी बताया है.
भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के जिला अध्यक्ष निलय दे ने कहा कि उत्पादन कम होने व कच्चे माल की कमी की बात पूरी तरह से आधारहीन है. कंपनी के पास पर्याप्त ऑर्र्ड ह. लेकिन, कंपनी कच्चे माल की खरीदारी जानबूझ कर नहीं कर रही है.
असल में प्रबंधन मिल चालू रखने को लेकर उदासीन है. प्रबंधन कई दिनों से मिल को बंद करने का प्रयास कर रहा था. लेकिन, श्रमिक यूनियनों के दबाव में ऐसा नहीं कर पा रहे थे. दे ने कहा कि बीएमएस सोमवार को मिल के गेट के सामने धरना प्रदर्शन करेगी.