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हावड़ा : बर्न स्टैंडर्ड के अधिकारी पिटे

हावड़ा: महानगर के बाद अब हावड़ा में भी सतापक्ष के नेताओं की दादागीरी के आरोप लगने लगे हैं. बुधवार को तृणमूल नेता व हावड़ा नगर निगम में एमआइसी गौतम चौधरी पर बर्न स्टैंडर्ड कंपनी के जनरल मैनेजर (जीएम) शांतनु सरकार व सहायक महाप्रबंधक (डीजीएम) सुशांत भट्टाचार्य को पीटने का का आरोप लगा है. कंपनी से […]

हावड़ा: महानगर के बाद अब हावड़ा में भी सतापक्ष के नेताओं की दादागीरी के आरोप लगने लगे हैं. बुधवार को तृणमूल नेता व हावड़ा नगर निगम में एमआइसी गौतम चौधरी पर बर्न स्टैंडर्ड कंपनी के जनरल मैनेजर (जीएम) शांतनु सरकार व सहायक महाप्रबंधक (डीजीएम) सुशांत भट्टाचार्य को पीटने का का आरोप लगा है.

कंपनी से निकाले गये श्रमिकों को काम पर रखने को लेकर उनके साथ धक्का-मुक्की व मारपीट की गयी. बुधवार को अपराह्न् तीन बजे यह घटना घटी. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को काबू में किया. हालांकि तृणमूल नेता गौतम चौधरी ने अपने ऊपर लगे आरोप से इनकार किया है.

क्या है मामला
निलंबित 175 अस्थायी श्रमिकों को वापस रखने को लेकर आइएनटीटीयूसी समर्थित बर्न स्टैंडर्ड श्रमिक यूनियन की ओर से श्रमिक सात दिनों से अनशन पर हैं. मंगलवार को अनशनरत दो श्रमिकों की तबीयत बिगड़ गयी. बुधवार को एमआइसी गौतम चौधरी, श्यामल मित्र, नगर निगम के चेयरमैन अरविंद गुहा व तृणमूल के अन्य नेता समर्थकों के साथ इन श्रमिकों से मिलने पहुंचे. गौतम चौधरी के नेतृत्व में नेताओं का दल जीएम से मिलने उनके कार्यालय में गया. उस समय जीएम शांतनु सरकार व डीजीएम (मुख्यालय) सुशांत भट्टाचार्य मीटिंग कर रहे थे. गौतम चौधरी ने जीएम से अनशनरत श्रमिकों की मांग पर पहल करने को कहा. इस मुद्दे को लेकर दोनों में बहस हो गयी. आरोप है कि गौतम चौधरी के नेतृत्व में दोनों अधिकारियों को जबरन उनके कार्यालय से बाहर खींच कर अनशनरत श्रमिकों के पास तक ले जाया गया. फिर कारखाने के गेट के पास उन दोनों के साथ बदसलूकी की गयी. उन्हें थप्पड़ मारे गये.
1000 श्रमिक हैं कारखाना में
बर्न स्टैंडर्ड कंपनी लिमिटेड में कुल 1000 श्रमिक हैं. इनमें 800 अस्थायी व 200 स्थायी हैं. करीब 14 महीने पूर्व प्रबंधन ने अस्थायी 175 श्रमिकों को काम से निकाल दिया था. निकाले गये श्रमिकों को वापस काम पर रखने की मांग को लेकर श्रमिक एक सप्ताह से अनशन पर हैं. इस मामले पर कांग्रेस नेता मनोज पांडेय ने कहा कि दफ्तर से खींच कर प्रबंधन के अधिकारियों को पीटना निंदनीय है. इस घटना से राज्य के औद्योगिक माहौल पर बुरा असर पड़ेगा. तृणमूल के लोग जबरदस्ती करने लगे हैं. वहीं, जिला भाजपा अध्यक्ष तुषार कांति दास ने कहा कि इस घटना ने फिर तृणमूल की गुंडागर्दी को उजागर किया है. तृणमूल नेताओं की करतूत से उद्योग जगत में राज्य की छवि धूमिल हो रही है. ऐसे नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
हिंसा पर उतारू नेताओं ने हमारे साथ बदसलूकी की. धक्का-मुक्की की गयी. थप्पड़े मारे गये. इससे प्रबंधन दहशत में है.
सुशांत भट्टाचार्य, डीजीएम
बर्न स्टैंडर्ड के किसी भी अधिकारी के साथ कोई मारपीट की घटना नहीं हुई है. मैं अनशन पर बैठे श्रमिकों से मिलने गया था. यदि मुङो मारपीट करनी होती, तो समर्थकों के साथ वहां जाता, अकेले नहीं. प्रबंधन का आरोप गलत है.
गौतम चौधरी, उत्तर हावड़ा तृणमूल नेता

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