गुरुवार को रानी रासमणि रोड में आयोजित बंगीय संख्यालघु बुद्धिजीवी मंच की सभा को संबोधित करते हुए राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि ममता बनर्जी बंगाल की मां, बेटी व बहन की प्रतिक हैं.
दिल्ली से आकर सिद्धार्थनाथ सिंह नामक भाजपा नेता भाग ममता भाग के नारे लगा रहा है. भाजपा नेता का यह नारा केवल ममता बनर्जी के खिलाफ नहीं, बल्कि राज्य की सभी मां, बहनों व बेटियों के खिलाफ है, वह केवल ममता बनर्जी को भगाने की बात नहीं कर रहे, बल्कि वे सभी महिलाओं का अपमान कर रहे हंै. उनके इस नारे का सभी का विरोध करना चाहिए. श्री हकीम ने कहा कि सांप्रदायिकता देश और समाज को पीछे की ओर ले जाती है, जबकि धर्मनिरपेक्षता से समाज व देश का विकास होता है. धर्मनिरपेक्ष नीति के कारण ही आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी शक्ति के रूप में उभर रहा है. पाकिस्तान का उदाहरण हमारे सामने है, जहां सांप्रदायिकता के जहर ने उसे तबाह कर दिया हे.
बंगाल के रग-रग में धर्मनिरपेक्षता है, यह स्वामी विवेकानंद, काजी नजरूल इसलाम, रवींद्रनाथ टैगोर, रामकृष्ण परमहंस की धरती है. पर बाहर से आकर कुछ लोग हमारी इस विरासत को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. मुजफ्फरनगर व गुजरात के लोगों से बंगाल को हिंदुत्व की सीख नहीं लेनी है. सभी धर्म का सम्मान हमारी संस्कृति है. बंगाल में भाजपा का कोई वजूद नहीं है, वह केवल टीवी पर दिखती है. देश में लाखों लोग भूखे हैं और करोड़ों के तन पर कपड़े नहीं है. पर हमारे प्रधानमंत्री 10 लाख रुपये का सूट पहन रहे हैं.