कोलकाता: कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के साथ हुई मजदूर यूनियन की वार्ता विफल हो गयी है. मजदूर यूनियनों द्वारा स्ट्राइक नोटिस दिये जाने के बाद मंत्री ने वार्ता के लिए बुलाया था. मंगलवार को दिल्ली में हुई वार्ता में इंटक, एटक, बीएमएस, एचएमएस तथा एटक के नेता शामिल हुए. वार्ता में मंत्री ने 10 फीसदी विनिवेश की योजना कम कर पांच फीसदी करने का प्रस्ताव दिया.
इसे कुछ मजदूर यूनियनों ने नहीं माना, जबकि कुछ यूनियन ने सरकार को समर्थन करने की बात कही. कुछ मजदूर यूनियनों का कहना था कि इससे कंपनी के निजीकरण का रास्ता साफ होगा.
मजदूर यूनियन किसी भी स्थिति में विनिवेश को स्वीकार नहीं करेगी. दोनों पक्षों में सहमति नहीं बनने के कारण वार्ता विफल हो गयी. ऑल इंडिया कोल वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव जीवन राय ने कहा कि कोयला मंत्रलय को कोल इंडिया को निजी करने के माइंड सेट को बदलना होगा.