मालदा: राज्य सरकार के बिजली वितरक कंपनी के दक्षिण मालदा डिवीजन के एक इंजीनियर पर हमले के आरोप में पुलिस ने युवा तृणमूल कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. हालांकि संगठन का उपाध्यक्ष विश्वजीत राय जो मुख्य रूप से दोषी है, पुलिस अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पायी. गिरफ्तार टीएमसी कार्यकर्ता तन्मय चौधरी (23) व अनुराग दास (25) को शनिवार सुबह साढ़े 11 बजे सीजीएम अदालत में पेश किया गया.
न्यायाधीश प्रदीप कुमार राय ने दोनों को दो दिनों तक जेल हिरासत में रखने का निर्देश दिया है. उल्लेखनीय है कि घटना के के 12 घंटे बाद शुक्रवार रात पौने 12 बजे के आसपास डिवीजनल इंजीनियर शैबाल मजूमदार इंग्लिशबाजार थाना जाकर विश्वजती राय समेत अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. रात को ही पुलिस ने अपनी मुहिम शुरू कर दी. रात ढेढ़ बजे के आसपास सिंगातला मोड़ के निकट स्थित विश्वजीत के घर पर पुलिस पहुंची, लेकिन वह घर में नहीं मिले. रात को ही माधवनगर इलाके से तन्मय चौधरी व सिंगातला इलाके से अनुराग को गिरफ्तार किया गया. इनके खिलाफ धारा 353 (सरकारी कर्मचारी को पीटने), 186 (सरकारी कामकाज में बाधा डालने) 506 (धमकाना व डराना), 341 (जबरदस्ती कार्यालय में घूसने की जुर्रत करने), 34 (अपराध करने) के तहत मामला दर्ज किया गया इनमें से धारा 353 जमानत अयोग्य धारा है. प्रमाणित होने पर सात साल तक की सजा होगी. दूसरी ओर, इस मामले में मालदा जिला युवा तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष विश्वजीत राय समेत छह पार्टी कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर कर दिया गया. शुक्रवार रात को ही तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने यह निर्देश जारी किया था.
जिला तृणमूल अध्यक्ष मुआज्जेन हुसैन ने बताया कि राज्य नेतृत्व के आदेश पर विश्वजीत राय को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. इस तरह की हरकत को पार्टी बढ़ावा नहीं देती है. इस संबंध में विश्वजीत के पिता गोपाल राय ने बताया कि उनके बेटे को गंभीर साजिश रच कर फंसाया गया है. इसके पीछे जिला युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अम्लान भादुड़ी का हाथ है. सभी को पता है कि विश्वजीत लड़ाकू नेता है. इसलिए उसे उकसा कर बिजली कार्यालय में भेजा गया था. उसे हटा कर कई लोगों को फायदा मिले. विश्वजीत मालदा शहर के सबसे बड़े मुद्दे को लेकर आंदोलन करने गया था.
जिला युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अम्लान भादुड़ी ने कहा कि बिजली कार्यालय में ज्ञापन देने का कोई कार्यक्रम पार्टी का नहीं था. विश्वजीत राय कुछ लड़कों को लेकर वहां गया और हंगामा किया. आज सुबह भी पुलिस ने विश्वजीत राय को शहर के विभिन्न इलाकों में तलाशा लेकिन वह नहीं मिला. बिजली कार्यालय के एक इंजीनियर ने बताया कि विश्वजीत राय का सात हजार रुपये का बिजली का बिल बकाया था. जिस कारण शुक्रवार रात को कार्यालय के कर्मचारी उसके घर जाकर बिजली का कनेक्शन काटने गया था, लेकिन घरवालों के अनुरोध पर उसका कनेक्शन नही काटा गया. इसके अलावा विश्वजीत राय का जो रेस्टूरेंट व होटल है, उसका बकाया बिजली बिल 40 हजार रुपये है. जिस कारण दो महीने पहले ही उसके होटल व रेस्टूरेंट का बिजली का कनेक्शन काट दिया गया था. इसके बाद भी उसके होटल व रेस्टूरेंट में करंट थी, विभाग के कर्मचारी इस मामले की जांच कर रहे हैं.