कोलकाता: जगह की समस्या को लेकर सियालदह स्टेशन पर लगने वाला पहला बैग स्कैनर अधर में फंस गया है. सियालदह स्टेशन पर शुरू में लंबी दूरी के ट्रेनों के यात्रियों के बैगेज जांच के लिए 9ए व 9 बी पर स्कैनर लगने की बात है, लेकिन उक्त प्लेटफार्म पर स्कैनर लगाने के बाद जगह की समस्या होने की आशंका के मद्देनजर अभी इसे रोक दिया गया है.
इस संबंध में आरपीएफ के एक वरिष्ट अधिकारी ने बताया कि सियालदह स्टेशन पर 9 ए व बी के बीच स्कैनर लगने की बात थी, लेकिन स्कैनर लगने के बाद 9 ए व बी के बीच जगह की कमी के वजह से यात्रियों के आने-जाने में दिक्कत पैदा हो जायेगी.
इस संबंध में सियालदह के सहायक कमांडेंट मुनावर खान ने बताया कि स्कैनर खरीद कर रखा हुआ है, जगह की समस्या को लेकर अभी उसे लगाने में कुछ दिक्कत आ रही है. उसका समाधान खोजा जा रहा है, लेकिन कब तक लग जायेगा, इसके बारे में अभी कुछ भी बता पाना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि स्कैनर लगने से लंबी दूरी के ट्रेनों की सुरक्षा में और मजबूती आयेगी. नशीले व विस्फोटक सामग्री सहित हथियारों की तस्करी रोकी जा सकेगी. डीआरएम सुचित्र दास के बांग्लादेश के लौटने के बाद मामले पर विचार-विमर्श होने की बात है.
सियालदह स्टेशन से हर दिन लंबी दूरी के ट्रेनों से 10 हजार से ज्यादा यात्री यातायात करते हैं. सियालदह स्टेशन से छूटने वाली लंबी दूरी के ट्रेनों में राजधानी एक्सप्रेस, दूरंतो एक्सप्रेस, गुवाहाटी एक्सप्रेस, दाजिर्लिंग मेल, अजमेर एक्सप्रेस, बलिया व गंगा सागर एक्सप्रेस, गौड़ एक्सप्रेस, वराणासी एक्सप्रेस, अकाल तख्त एक्सप्रेस सहित कई अन्य प्रमुख है. गौरतलब है कि हावड़ा स्टेशन से हर दिन 10 लाख जबकि सियालदह स्टेशन से 12 लाख से ज्यादा यात्री हर दिन यातायात करते हैं. हावड़ा स्टेशन पर 23 प्लेटफार्म हैं, जबकि सियालदह स्टेशन पर 18 प्लेटफार्म है.
सबसे ज्यादा यात्री सियालदह से सफर करने के बावजूद अभी सियालदह स्टेशन पर एक ही भी स्कैनर नहीं लगा है, जबकि हावड़ा स्टेशन के चार प्लेटफार्म चार, पांच, 13 और 14 नंबर प्लेटफार्म पर स्कैनर लग चुका है.