पुलिस ज्यादती के खिलाफ छात्रों ने मांगा विश्वव्यापी समर्थन, कहा
कोलकाता : यादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने पुलिस जुल्म के खिलाफ गुरुवार 25 सितंबर को दुनिया के 100 शहरों में प्रदर्शन का एलान किया है. सोमवार को एक बैठक के बाद छात्रों ने घोषणा की कि गुरुवार को विश्वस्तर पर पुलिस जुल्म व कुलपति के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन होगा. गुरुवार को ही लालबाजार अभियान की भी घोषणा की गयी है.
छात्र बुधवार को नागरिक सम्मेलन करेंगे. जेयू में कक्षाओं का बहिष्कार जारी रहेगा.
इस बीच, विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने सोमवार को विद्यार्थियों से सामान्य स्थिति बनाये रखने और कक्षाओं में फिर से जाने की अपील की लेकिन छात्र कुलपति अभिजीत चक्रवर्ती के इस्तीफे की मांग दोहराते हुए कक्षाओं के बहिष्कार पर अड़े रहे.
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रदीप घोष ने कहा : हमने विश्वविद्यालय के सभी विभागों को उच्च न्यायालय के आदेश के साथ नोटिस भेजा है. हम सभी से सामान्य स्थिति बनाये रखने की अपील करते हैं. घोष ने कहा : हमने अपील की है कि कक्षाएं फिर से शुरू की जायें जो पिछले कुछ दिन से नहीं चल रहीं. रजिस्ट्रार ने कहा कि वह पुलिस अधिकारियों से अनुरोध करेंगे कि गिरफ्तार किये गये विद्यार्थियों का कॅरियर प्रभावित नहीं हो.
पुलिस ने 16 सितंबर की रात को कुलपति को घेराव से मुक्त कराने के लिए की गयी कार्रवाई में विश्वविद्यालय परिसर से 36 विद्यार्थियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस कार्रवाई में घायल विद्यार्थियों के उपचार के बारे में पूछे जाने पर घोष ने कहा : अगर इस तरह की कोई अपील होती है तो विश्वविद्यालय सहानुभूति के साथ संभावना की पड़ताल करेगा. उन्होंने कहा : हमने कुलपति से परामर्श करने के बाद यह फैसला किया है. इस बीच, कक्षाओं का बहिष्कार वापस लेने की रजिस्ट्रार की अपील को छात्रों ने नामंजूर कर दिया है.
छात्रों का कहना है कि जब तक कुलपति अभिजीत चक्रवर्ती इस्तीफा नहीं देते, उनका आंदोलन जारी रहेगा. दूसरी ओर, यादवपुर कांड व सारधा घोटाले के खिलाफ वाममोरचा ने सोमवार को रामलीला मैदान (मौलाली) से पार्क सर्कस मैदान तक जुलूस निकाला. इस बीच, कुलपति अभिजीत चक्रवर्ती ने राज्यपाल को घटना पर एक रिपोर्ट भेजी है. इस रिपोर्ट में कुलपति ने कहा है कि 16 सितंबर को उनके खिलाफ हत्या की साजिश रची गयी थी. इस कारण ही उन्होंने विवश होकर पुलिस को कैंपस में बुलाया था.
क्या है यादवपुर प्रकरण
28 अगस्त को विश्वविद्यालय के कैंपस में कला विभाग की द्वितीय वर्ष की छात्र उत्पीड़न की शिकार हुई थी. इसकी जांच के लिए कमेटी बनाने की मांग में कुलपति का घेराव कर रहे छात्रों की 16 सितंबर की देर रात पुलिस ने कथित तौर पर बेरहमी से पिटाई की. पुलिस ज्यादाती के विरोध में विद्यार्थी आंदोलनरत हैं.
कुलपति पड़े नरम, छात्रों को बातचीत के लिए बुलाया
यादवपुर कांड के खिलाफ लगातार छह दिनों से चल रहे छात्र आंदोलन के बाद यादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति अभिजीत चक्रवर्ती नरम पड़ गये हैं. कुलपति की ओर से छात्रों को प्रस्ताव दिया गया है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन छात्रों के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं. प्रस्ताव में कहा गया है कि छात्र जो भी समय देंगे, उसके अनुसार बातचीत होगी.
हालांकि आंदोलनरत छात्रों की अगुवाई करने वाले चिरंजीत घोष का कहना है कि कुलपति के प्रस्ताव पर जनरल बॉडी की बैठक में पहले विचार-विमर्श होगा. बैठक के बाद ही कोई फैसला लिया जायेगा. इस बीच, उनका आंदोलन जारी रहेगा. कुलपति के अनुरोध पर छात्रों ने सकारात्मक रुख नहीं दिखाया है.
छात्र प्रदर्शन कैंपस में ड्रग्स, चरस और शराब पर रोक के कारण तो नहीं है?
सांसद अभिषेक बनर्जी का विवादास्पद बयान, कहा
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस सांसद और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने यादवपुर विश्वविद्यालय में चल रहे छात्रों के आंदोलन के संबंध में सोमवार को सवाल उठाया कि छात्रों का विरोध प्रदर्शन कहीं परिसर के भीतर मादक पदार्थों और शराब पर प्रतिबंध लगाये जाने के कारण तो नहीं है?
बनर्जी ने फेसबुक पर पोस्ट किया, ‘क्या यह प्रदर्शन ड्रग्स, शराब और चरस पर प्रतिबंध लगाये जाने के कारण है?’ पार्टी सांसद की यह टिप्पणी विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा कुलपति और प्रति कुलपति तथा रजिस्ट्रार के इस्तीफे की मांग को लेकर किये जा रहे आंदोलन की पृष्ठभूमि में आयी है. ये छात्र 17 सितंबर की सुबह छात्रों पर की गयी पुलिस कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं.