कोलकाता: परिवहन संगठनों व राज्य सरकार के बीच चल रही खींचतान थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य सरकार के उदासीन रवैये के खिलाफ, किराया वृद्धि की मांग, वेंटिंग चार्ज बढ़ाये जाने की मांग व रिफ्यूजल चार्ज के रूप में टैक्सी चालकों पर 3000 रुपये फाइन लगाये जाने के खिलाफ सीटू व एटक के परिवहन संगठन बुधवार को फिर सड़क पर उतरेंगे.
इससे परिवहन व्यवस्था चरमरा सकती है. बुधवार की दोपहर को टैक्सी सहित विभिन्न परिवहन संगठनों की ओर से महा जुलूस निकाला जायेगा. यह महा जुलूस कॉलेज स्क्वायर से निकालेगा जो धर्मतल्ला वाइ चैनल पर समाप्त होगा.
वहां सभा के माध्यम से चालकों के अगले आंदोलनों की कार्यसूची की घोषणा की जायेगी. इसमें बेमियादी हड़ताल से लेकर बृहत्तर आंदोलन की घोषणा भी हो सकती है. वरिष्ठ परिवहन श्रमिक नेता व प्रदेश एटक के सचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि दोपहर ढ़ाई बजे बऊबाजार स्थित एटक कार्यालय से एटक के टैक्सी, मेटाडोर व मिनीडोर सहित अन्य एटक समर्थित परिवहन संगठनों के समर्थकों का जुलूस निकलेगा. यह जुलूस कॉलेज स्ट्रीट से शुरू होने वाले महा जुलूस में शामिल हो जायेगा.
वहां से जुलूस धर्मतल्ला स्थित वाइ चैनल के पास समाप्त होगा. वाई चैनल पर आयोजित सभा में बृहत्तर आंदोलन या बेमियादी हड़ताल की घोषणा हो सकती है. उन्होंने कहा कि उनलोगों ने परिवहन विभाग के रवैये के खिलाफ कई बार चिट्ठी व ज्ञापन दिये हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है. ऐसी स्थिति में उन लोगों के पास बृहत्तर आंदोलन के सिवा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है. नो रिफ्यूजल के नाम पर टैक्सी चालकों पर अत्याचार किया जा रहा है. चालकों के लाइसेंस गैर कानूनी रूप से रद्द किये जा रहे हैं. परिवहन मंत्री से बार-बार आग्रह के बावजूद अभी तक बैठक के लिए कोई प्रस्ताव नहीं आया है. परिवहन विभाग व मंत्री अड़ियल रवैया अपनाये हुए हैं.