कोलकाता: दुर्गापूजा के कुछ ही दिन शेष हैं. इधर टैक्सी चालकों की समस्याओं को लेकर राज्य सरकार और परिवहन संगठनों के बीच तकरार बढ़ती ही जा रही है.
इस मसले को लेकर एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन द्वारा शुरू किये बृहत आंदोलन में सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन और वेस्ट बंगाल रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के साथ ही अन्य परिवहन संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है.
अब मैदान में टैक्सी मालिकों के संगठन बंगाल टैक्सी एसोसिएशन भी उतर गया है. एसोसिएशन के नेता विमल गुहा ने टैक्सी चालकों की समस्याओं पर राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए घोषणा की है कि इस मसले को लेकर लगातार विरोध किया जायेगा. उन्होंने कहा कि दुर्गापूजा के कुछ ही दिन बचे हैं. लगातार महंगाई बढ़ती जा रही है लेकिन टैक्सी किराये में बढ़ोतरी को लेकर राज्य सरकार पहल नहीं कर रही है. अब सरकार के समक्ष अपनी बातें रखने के लिए बंगाल टैक्सी एसोसिएशन ने आंदोलन का अलग तरीका अपनाने का सोचा है.
जिसके तहत टैक्सी न चला कर आलू बेचा जायेगा क्योंकि टैक्सी चला कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर पाना चालकों के लिए बड़ी समस्या बनी गयी है. इस आंदोलन के तहत आगामी 11 सितंबर को महानगर में टैक्सी चालक आलू बेचेंगे. गुहा ने आरोप लगाया कि टैक्सी का न्यूनतम किराया 35 रुपये करने समेत 15 सूत्री मांगों को लेकर बंगाल टैक्सी एसोसिएशन द्वारा परिवहन मंत्री मदन मित्र को चिट्ठी भेजी गयी है लेकिन अभी तक इसका जवाब नहीं मिला है. एसोसिएशन के तरफ से विमल गुहा ने राज्य सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि टैक्सी चालकों की समस्याओं को सुलझाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाये जाते हैं तो व्यापक रूप से आंदोलन चलाया जायेगा. यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसलिए वे हड़ताल नहीं करना चाहते हैं. यही वजह है कि चालक आलू बेचकर अपना विरोध जतायेंगे.