विपक्ष के नेताओं ने बोला हमला
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राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा सत्र से नदारद रहे मंत्री
विपक्ष के नेताओं ने बोला हमला संसदीय राज्य मंत्री व कांग्रेस विधायक मनोज चक्रवर्ती के बीच तीखी बहस घटना के विरोध में माकपा व कांग्रेस का वॉकआउट कोलकाता : विधानसभा में मंगलवार से राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हुई है, लेकिन चर्चा सत्र में सत्तारूढ़ पार्टी के ज्यादातर मंत्री नदारद रहे. चर्चा […]
संसदीय राज्य मंत्री व कांग्रेस विधायक मनोज चक्रवर्ती के बीच तीखी बहस
घटना के विरोध में माकपा व कांग्रेस का वॉकआउट
कोलकाता : विधानसभा में मंगलवार से राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हुई है, लेकिन चर्चा सत्र में सत्तारूढ़ पार्टी के ज्यादातर मंत्री नदारद रहे. चर्चा सत्र के दौरान सदन में मात्र तीन मंत्री ही उपस्थित रहे. विधानसभा का चालू बजट सत्र एक बार फिर मंगलवार को सत्तापक्ष व विपक्ष में टकराव का गवाह बना. संसदीय कार्य राज्य मंत्री तापस राय और कांग्र्रेस के वरिष्ठ विधायक मनोज चक्रवर्ती के बीच विवाद इस कदर बढ़ गया कि दोनों के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गयी. इसके बाद कांग्रेस व वाममोर्चा के विधायकों ने संसदीय कार्य राज्य मंत्री से माफी मांगने की मांग की.
मांग पूरी नहीं होने पर आखिरकार कांग्र्रेस और वाममोर्चा के विधायकों ने सदन से वाॅकआउट किया. हालांकि विधानसभा स्पीकर के समझाने के बाद विपक्षी विधायक दोबारा सदन की कार्यवाही में शामिल हुए. दरअसल मंगलवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होनी थी. विपक्षी कांग्र्रेस और वाममोर्चा के विधायक समय पर पहुंचे थे, लेकिन सत्तापक्ष की ओर से सदन में मंत्रियों की संख्या काफी कम थी.
जानकारी के अनुसार, उस वक्त सदन में मंत्रियों में केवल पार्थ चटर्जी, पुर्णेंदू बसु और विनय बर्मन ही उपस्थित थे. इसे लेकर कांग्र्रेस के वरिष्ठ विधायक मनोज चक्रवर्ती ने विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी के समक्ष आपत्ति जाहिर की. इस पर स्पीकर ने मंत्रियों को तलब किया.
इतने में फोन पर बात करते हुए संसदीय कार्य राज्य मंत्री तथा बरानगर से विधायक तापस राय फोन पर बात करते हुए सदन में प्रवेश किये. इस पर एतराज जताते हुए मनोज चक्रवर्ती ने कहा कि आप तो संसदीय कार्य राज्य मंत्री हैं, फिर भला इतना विलंब क्यों हुआ? आरोप है कि इस पर मंत्री तापस राय कांग्रेस विधायक मनोज चक्रवर्ती पर बिफर पड़े. दोनों के बीच बहस काफी बढ़ गयी. इसके बाद विपक्षी दल के विधायक हंगामा करने लगे.
कांग्र्रेस व वाममोरचा विधायक दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए तापस राय से माफी मांगने की मांग कर रहे थे, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया, तो विपक्षी विधायक आखिरकार सदन से बाहर चले गये. इसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने व सदन की कार्यवाही सुचारू रखने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने अपने कक्ष में मनोज चक्रवर्ती, तापस राय व सुजन चक्रवर्ती को बुलाया. बैठक के बाद स्थिति सामान्य हुई और फिर सदन की कार्यवाही में वामो-कांग्र्रेस विधायक शामिल हुए.
विवाद को लेकर मनोज चक्रवर्ती ने कहा : मैं भी मंत्री था, लेकिन कभी अपने आप को भगवान नहीं समझा. वहीं, माकपा के विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि तापस राय का व्यवहार सदन की गरिमा को ठेस पहुंचानेवाला है. हमने उनसे खेद जताने को कहा, लेकिन इसके लिए वह तैयार नहीं हुए.
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