कोलकाता: युवाओं को माओवादियों से दूर रखने के लिए अब माओवाद प्रभावित इलाकों में सैन्य बल भरती शिविर लगायेंगे. गुरुवार को गार्डेनरीच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड में एक एकीकृत जहाज निर्माण संयंत्र के उदघाटन समारोह के दौरान मीडिया से बात करते हुए रक्षा राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सैन्य बल माओवाद प्रभावित दूर-दराज के इलाकों में विशेष भरती रैली आयोजित करेंगे, ताकि माओवादियों को अपने कैडर में युवाओं को शामिल करने का मौका न मिले.
हालांकि रक्षा राज्यमंत्री ने माओवादियों से निपटने में सैन्य बलों की किसी तरह की भूमिका से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि माओवाद से निपटने के लिए एक बहुआयामी नीति की जरूरत है. इसे केंद्र और राज्य सरकारों को मिल कर तैयार करना चाहिए. दूरदराज के ग्रामीण इलाकों व वहां रहनेवाले आदिवासियों का समग्र विकास पहली प्राथमिकता होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि विकास बड़े नगरों व शहरों के इर्दगिर्द ही केंद्रित रहा है. रक्षा मंत्रलय युवाओं के लिए दूरदराज के इलाकों में विशेष भरती शिविर लगायेगा. हम ध्यान रखेंगे कि ये शिविर सबसे अंदरुनी इलाकों में भी लगाये जायें.
भारत-चीन सीमा पर हालात सामान्य
चीन के साथ अरुणाचल प्रदेश की सीमा की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर रक्षा राज्य मंत्री ने दावा किया भारत-चीन सीमा पर स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. चिंता की कोई बात नहीं है. भारतीय सशस्त्र बल किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं. गौरतलब है कि कुछ समय पहले चीनी सेना की एक टुकड़ी दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओसी) को पार कर भारतीय क्षेत्र में 19 किलोमीटर अंदर तंबू गाड़ दिये थे. कई स्तरों पर कूटनीतिक पहल के बाद चीनी सेना वापस चली गयी.