कोलकाता : विश्व हेपेेटाइिटस दिवस की पूर्व संध्या पर अपोलो ग्लेनिग्लस हॉस्पिटल्स ने हेपेेटाइिटस, लिवर प्रत्यारोपण और अंगदान पर जागरूकता के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया. मौके पर उपस्थित अस्पताल के गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ महेश गोयनका ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि विश्व में हर साल 200 मिलियन लोग हेपेटाइटिस बी और सी के चपेट में आते हैं.
उन्होंने इसे एक गंभीर बीमारी बताया. उन्होंने एक अन्य रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत में हर साल 25 हजार लोगों को लिवर ट्रांसप्लांट की आवश्यकता पड़ती है जबकि एक हजार से 1500 लोगों का ही प्रत्यारोपण हो पाता है. उन्होंने कहा लिवर ट्रांसप्लांट के मामले में हम देश के कई निजी अस्पतालों से आगे हैं.
लिवर ट्रांसप्लांट के 80 फीसदी मामलों में हम सफल रहते हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में मरणोपरांत अंगदान के मामलों में बढ़ोतरी आयी है. ऐसे में 80 फीसदी लिवर ट्रांसप्लांट जीवित दानदाताओं से होता है, जबकि 20 फीसदी शवों से. डॉ गोयनका ने लिवर प्रत्यारोपण व अंगदान पर विशेष रूप से जोर दिया.