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कोलकाता : निगम के कैजुअल कर्मियों को मिल सकता है इएसआइ व पीएफ का लाभ, निगमकर्मियों का बढ़ सकता है उत्सव भत्ता

कोलकाता : कोलकाता नगर निगम में तृमणूल कांग्रेस द्वारा संचालित बोर्ड का 46वां मासिक अधिवेशन गुरुवार को हुआ. उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद मेयर फिरहाद हकीम के नेतृत्व में अधिवेशन की पहली बैठक की गयी. अब वह महानगर के पार्षद हो गये हैं. अधिवेशन की कार्यवाही आरंभ होने से पहले फिरहाद हकीम ने […]

कोलकाता : कोलकाता नगर निगम में तृमणूल कांग्रेस द्वारा संचालित बोर्ड का 46वां मासिक अधिवेशन गुरुवार को हुआ. उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद मेयर फिरहाद हकीम के नेतृत्व में अधिवेशन की पहली बैठक की गयी. अब वह महानगर के पार्षद हो गये हैं. अधिवेशन की कार्यवाही आरंभ होने से पहले फिरहाद हकीम ने करीब 12.45 बजे पार्षद पद की शपथ ली.
उनके साथ उपचुनाव में विजयी रहे 117 नंबर वार्ड के पार्षद अमित सिंह ने भी शपथ ली. इसके बाद करीब 1 बजे निगम का अधिवेशन आरंभ हुआ. फिरहाद हकीम ने काफी सुझ-बूझ के साथ विरोधियों के सवालों का जवाब दिया.
अधिवेशन में कोलकाता की 128 नंबर वार्ड की पार्षद तथा निगम वामपंथी दल की नेता रत्ना राय मजूमदार ने निगम के स्वास्थ्य विभाग के कैजुअल कर्मियों के संबंध में सवाल किया. उन्होंने पूछा कि विभाग के कैजुअल कर्मी जैसे वेक्टर कंट्रोल तथा कुत्ते पकड़नेवाले कर्मियों‍ को कितना वेतन मिलता है?
उन्होंने इएसआइ, पीएफ मिलता है या नहीं? कर्मियों को 30 दिन का वेतन मिलता है या नहीं? वेतन वृद्धि कोई योजना है? इएल या उत्सव भत्ता मिलता है? उनके इन सवालों का जवाब कोलकाता के डिप्टी मेयर अतिन घोष को देना था.
अतिन ने अपने जवाब में कहा कि म्यूनिसिपल एक्ट अप्रैल, 2018 के अनुसार ऐसे कर्मियों को रोजाना 334 रुपये के हिसाब से 26 दिन का वेतन मिलता है.
कैजुअल कर्मियों को छह महीने में सात सीएल मिलता है. श्रीमती मजूमदार ने कहा कि कर्मियों को 5,700 रुपये वेतन मिलता है. 2017 तक उत्सव भत्ता के रूप में 500 रुपया दिया जाता था, लेकिन गत वर्ष इसे एक हजार रुपया दिया गया.
उन्होंने कर्मियों के इएसअाइ, पीएफ तथा 30 दिन के वेतन की मांग की. इसके बाद उन्होंने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि हर कर्मचारी को इसएसअाइ व पीएफ की सुविधा मिलनी चाहिए. साथ ही उक्त कर्मियों को 26 दिन की जगह 30 दिन के वेतन पर भी सहमति दी और कहा कि इस विचार किया जायेगा.

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