कोलकाता: राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने 11 जून को राज्य के सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ कॉलेजों में दाखिले की स्थिति को जानने के लिए बैठक बुलायी है. मालूम हो कि कॉलेजों में ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया को लेकर छात्रों के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है.
इसलिए राज्य के शिक्षा विभाग की ओर से सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों को लिखित पत्र के जरिये बुधवार को बैठक की सूचना जारी की गयी है. शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी का कहना है कि बैठक में वह कॉलेजों के दाखिले की स्थिति जानना चाहते हैं कि किन कॉलेजों में ऑनलाइन दाखिले की प्रक्रिया चलायी जा सकती है.
एक कॉलेज शिक्षक के अनुसार, सेंट्रलाइस्ड एडमिशन से छात्र एक बार में राज्य के 118 कॉलेजों में आसानी से दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं. लेकिन ऑफलाइन एडमिशन से छात्रों को विभिन्न कॉलेजों की दौड़ लगानी पड़ेगी. पहले फार्म उठाने के लिए और फिर जमा करने के लिए भागदौड़ करनी पड़ती है. एक दिन में ज्यादा कॉलेजों की दौड़ लगाना संभव नहीं हो पाता है.
वहीं, वर्दवान विश्वविद्यालय के एक अधिकारी का कहना है कि इस वर्ष विश्वविद्यालय ने ऑनर्स और जेनरल दोनों कोर्स के लिए ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया की तैयारी पूरी कर ली थी, पर वे राज्य के शिक्षा मंत्री के निर्देश के खिलाफ नहीं जाने चाहते हैं. इस कारण विश्वविद्यालय इस वर्ष सिर्फ ऑनर्स कोर्स के लिए ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया चलायेगा.
ऑनलाइन प्रक्रिया को रोकने के कारण लेडी ब्रेबर्न और स्कॉटिश चर्च दोनों को ही कॉलेजों को ऑनलाइन एडमिशन टेस्ट रोकना पड़ा है. कॉलेज ने परीक्षा के लिए पूरी तैयारी कर ली थी, पर अब दाखिले के लिए वक्त कम होने के कारण कॉलेज इस वर्ष कोई एडमिशन टेस्ट नहीं लेगा. यह जानकारी प्रिंसिपल शियुली सरकार ने दी.
कलकत्ता विश्वविद्यालय के एक अधिकारी का कहना है कि राज्य के कई कॉलेज सरकार की ऑफलाइन एडमिशन प्रक्रिया से सहमत नहीं है. इस कारण सभी कॉलेजों के वीसी 11 जून को राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के साथ बैठक करेंगे और उनसे कॉलेजों में पीजी कोर्स के लिए भी ऑनलाइन दाखिले की अपील करेंगे. मालूम हो कि कॉलेजों में ऑनलाइन दाखिले की प्रक्रिया की घोषणा राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने की थी, लेकिन किसी तकनीकी कारणों से इस प्रक्रिया को शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने इस वर्ष के लिए रोक दिया.