कोलकाता : पश्चिम बंगाल पुलिस में कांस्टेबल के पोस्ट के लिए परीक्षा देते समय अत्याधुनिक उपकरण की मदद से चीटिंग करने के आरोप में सीआइडी की टीम ने राज्यभर में 42 परीक्षार्थियों को पकड़ा है. इनमें बर्दवान के दो अलग सेंटरों से अच्युत घोष व चिन्मय घोष भी हैं. दोनों को बर्दवान के कटवा स्थित दो अलग स्कूलों से अत्याधुनिक डिवाइस के साथ पकड़ा गया. इस इलेक्ट्रॉनिक चीटिंग डिवाइस को देख कर पुलिस अधिकारी भी हैरत में हैं.
सीआइडी ने 42 लोगों को किया गिरफ्तार
सीआइडी अधिकारियों का दावा है कि दोनों से पूछताछ के बाद राज्यभर में अभियान चलाकर सीआइडी ने स्थानीय पुलिस की मदद से 42 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस सिलसिले में राज्यभर के विभिन्न थानों में 28 अापराधिक मामले दर्ज किये गये हैं. सीआइडी अधिकारियों का कहना है कि मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है. पता लगाया जा रहा है कि उपकरण कहां से लाया गया था और इसकी सप्लाई कौन कर रहा है.ज्ञात हो कि रविवार 23 सितंबर को राज्यभर में हो रहे कांस्टेबल की परीक्षा के दौरान सीआइडी को खबर मिली थी कि कई परीक्षार्थी अत्याधुनिक उपकरण की मदद लेकर परीक्षा दे रहे हैं.
इस जानकारी के बाद सीआइडी की टीम ने राज्यभर में कई सेंटरों में रेड किया. इसमें टीम ने 42 परीक्षार्थियों को डिवाइस के साथ पकड़ा था. इनमें परीक्षा देनेवाले छात्र व उन्हें मदद करनेवाले शामिल हैं. उनके पास से क्रेडिट कार्ड की शक्ल में एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व इयरफोन जब्त किये गये थे.
किराये पर ली थी डिवाइस
सीआइडी सूत्रों ने बताया कि इस डिवाइस को दोनों ने किराये पर लिया था. चिन्मय ने इसे छह हजार रुपये और अच्युत ने 10 हजार रुपये किराये पर लिया था. क्रेडिट कार्ड की शक्ल में होने के कारण दोनों को यह दृढ़ विश्वास था कि ये लोग पकड़े नहीं जायेंगे. इसके कारण दोनों इस डिवाइस का इस्तेमाल परीक्षा देने के दौरान करनेवाले थे.
क्या है क्रेडिट कार्ड फोन रिसीविंग डिवाइस
सीआइडी सूत्रों का कहना है कि यह एक अत्याधुनिक तकनीक से लैस इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है. यह देखने में बिल्कुल क्रेडिट कार्ड की तरह है. इसके अंदर चिप लगा होता है, जो मोबाइल काॅल को बिना किसी बटन के दबाये रिसीव करता है और इसे स्वत: इयरफोन में कनेक्ट कर देता है.
यही नहीं, बटम की तरह इस डिवाइस में एक मशीन भी लगी होती है, जिसकी मदद से इस डिवाइस को ऑन-ऑफ किया जाता है. सीआइडी के साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि कोई युवक अपना मोबाइल फोन को बाहर किसी अन्य युवक के पास रखे और उसे ब्लूटूथ के जरिये इस क्रेडिट कार्ड रूपी डिवाइस से जोड़ दे और इयरफोन को अपने कानों में डाल ले तो बाहर से जब भी कोई फोन करेगा तो यह डिवाइस स्वत: बिना किसी आवाज या रिंग के उस फोन को रिसीव करके उसे इयरफोन में कनेक्ट कर देगा. इससे सामने खड़े या बैठे व्यक्ति को इसका एहसास भी नहीं हो पायेगा कि सामने खड़ा युवक किसी अन्य युवक से फोन पर बातें कर रहा है.
काफी पतला होने के कारण इस कार्ड रूपी रिसीविंग डिवाइस को कहीं भी किसी भी स्थान पर छिपाकर रखा जा सकता है. मूलत: इस तरह के डिवाइस की बिक्री पर पाबंदी लगायी गयी है, लेकिन बाहर से चोरी-छिपे यह छात्रों तक किराये पर पहुंच रही है. सीआइडी इस मामले को काफी गंभीरता से लेकर अपनी जांच कर रही है, जिससे इस तरह की नुकसानदायक डिवाइस को बेचने व किराये पर लगानेवाले गिरोह तक पहुंचा जा सके.
जूते के शोल व शर्ट को हाथ में फोल्ड कर रखी थी डिवाइस : गिरफ्तार छात्रों ने बताया कि डिवाइस काफी पतला और क्रेडिट कार्ड की शक्ल में होने के कारण इस डिवाइस को जूते के शोल में व शर्ट के हाथ के फोल्डर में फोल्ड कर छिपाकर रखा गया था. इसे लेकर छात्र परीक्षा सेंटर में दाखिल हुए थे, लेकिन पहले से अत्याधुनिक उपकरणों के सहारे नकल करने की सूचना होने के कारण वहां मौजूद सीआइडी के अधिकारियों ने सख्ती से जांच की. जांच में सुरक्षाकर्मियों ने दोनों छात्रों को गिरफ्तार कर लिया.