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अब खालों की साफ-सफाई पर ड्रोन रखेगा नजर
कोलकाता : मानसून के दौरान महानगर में जल जमाव की समस्या जटिल हो जाती है. इस समस्या से महानगरवासियों को निजात दिलाने के लिए शुक्रवार कोलकाता नगर निगम को राज्य के सिंचाई विभाग के साथ उच्च स्तरीय बैठ हुई. बैठक में कोलकाता के मेयर तथा दमकल व आवासन मंत्री शोभन चटर्जी, राज्य के नये सिंचाई […]
कोलकाता : मानसून के दौरान महानगर में जल जमाव की समस्या जटिल हो जाती है. इस समस्या से महानगरवासियों को निजात दिलाने के लिए शुक्रवार कोलकाता नगर निगम को राज्य के सिंचाई विभाग के साथ उच्च स्तरीय बैठ हुई. बैठक में कोलकाता के मेयर तथा दमकल व आवासन मंत्री शोभन चटर्जी, राज्य के नये सिंचाई मंत्री सोमेन महापात्र तथा निगम के विभिन्न विभाग के मेयर परिषद सदस्य तथा अलावा अाला अधिकारी गण इस बैठक में हिस्सा लिए.
बैठक में खालों की सफाई तथा मानसून की तैयारियों पर बैठक हुई. मंत्री श्री महापात्र ने बताया कि खालों की तलहट्टी से गाद निकालने का कार्य फरवरी महीने से शुरू है. मानसून में जल जमाव न हो इस संबंध में बैठक में चर्चा हुई. उन्होंने कहा : सीएम के सुझाव पर खालों की सफाई कार्य को पूरा कर लिया गया है. वर्षा से पहले ही सारी तैयारियों को पूरा कर ली गयी है, ताकि कोलकाता के लोगों को जल जमाव की समस्या से दो चार ना होना पड़े.
बारिश के दौरान महानगर में जमने वाले पानी कोलकाता व दक्षिण 24 परगना के जिले के खालों की मदद से नदियों तक पहुंचा दिया जाता है. इसलिए हम साल भर इन खालों की साफ सफाई पर नजर रखते हैं. सफाई पर ध्यान रखने के लिए जरूत पड़ने पर अब ड्रोन कैमरों की मदद ली जायेगी. ताकि गंदगी के कारण खालों के जरिए होने वाले जल निकासी का मार्ग अवरुद्ध ना हो. जरूरत पड़ने पर पूरे साल ड्रोन की मदद ली जायेगी.
अक्टूबर तक खुला रहेगा कंट्रोल रूम
मंत्री ने कहा कि बारिश के दौरान राज्यभर में पैदा होने वाली विभिन्न प्रकार की प्रस्थितियों पर नजर रखने के लिए सिंचाई विभाग का काम फरवरी महीने से ही चालू कर दिया गया है. जिसे अक्टूबर तक खुला रखा जायेगा.उधर, मेयर ने संवाददाताओं को बताया कि खालों की साफ- सफाई के अलावा निकासी का जिम्मा सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी, केआइटी, केएमडीए, पीएचई विभाग पर भी होता है.
इसलिए मानसून से पहले तैयारियों का जायजा लेने के लिए इस प्रकार की बैठक हो चुकी है. सोमेन महापात्र ने सिंचाई विभाग का पदभार संभालने के बाद शुक्रवार को पहली बार निगम पहुंचे थे. उन्हें तैयारियों के विषय में जानकारी दी गयी. उन्होंने कहा कि निकासी के लिए विभिन्न हाई ड्रेनों व पंपों की सफाई कर दी गयी है.
कई जगहों पर निकासी के लिए पंपों की झमता को भी बढ़ाई गयी है. महानगर के 90 फीसदी से अधिक खालों की तलहट्टी से गाद निकाल दिया गया है. बारिश के दौरान बिजली के झटकों से किसी राहगीर की जान न जाये, इसके लिए सीइएससी विभाग को सचेत कर दिया गया है. महानगर के कंट्रोल रूम में मानसून के दौरान सीइएससी तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों की मदद ली जायेगी.
15 जून के बाद नहीं होगी सड़कों की खुदाईमेयर ने कहा कि 15 जून से अक्तूबर तक सड़कों की खुदाई पर रोक लगा दी गयी है. इस दौरान टेलीकॉम कंपनियां अपने किसी कार्य के लिए सड़कों की खुदाई नहीं कर सकेंगी.
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