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एनयूजेएस : पूर्व वीसी पर लगे आरोपों की जांच को बनी कमेटी
कोलकाता : नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ जूडिशियल साइंसेस ने एक कमेटी का गठन किया है. यह कमेटी यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर ईश्वर भट्ट के खिलाफ लगे आरोपों की जांच करेगी. छात्रों के विरोध के बाद वाइस चांसलर ने मार्च में अपना इस्तीफा दे दिया था.छात्रों का आरोप था कि वाइस चांसलर ने निगरानी के नाम […]
कोलकाता : नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ जूडिशियल साइंसेस ने एक कमेटी का गठन किया है. यह कमेटी यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर ईश्वर भट्ट के खिलाफ लगे आरोपों की जांच करेगी. छात्रों के विरोध के बाद वाइस चांसलर ने मार्च में अपना इस्तीफा दे दिया था.छात्रों का आरोप था कि वाइस चांसलर ने निगरानी के नाम पर क्लास रूम व कोरीडोर में सीसीटीवी कैमरे लगवा कर उनकी आजादी को प्रतिबंधित किया.
साथ ही सुरक्षा के नाम पर लड़कियों के पीछे पुलिसकर्मी की तैनाती कर अनुचित कदम उठाया. इसी को लेकर छात्र उनके विरोध में प्रदर्शन करते रहे. उन पर आरोप लगे कि उनके ज्वाइन करने के बाद से 2011 से शिक्षकों की कोई भर्ती नहीं की गयी. कमीशन की रिपोर्ट में छात्रों के उठाये गये मुद्दों का भी उल्लेख किया गया है.
उल्लेखनीय है कि वाइस चांसलर श्री भट्ट का त्यागपत्र 7 अप्रैल से कारगर माना गया है. सॉल्टलेक के इस लॉ स्कूल की एक्जिक्यूटिव काउंसिल, संस्थान की एक उच्च स्तरीय निर्णायक बॉडी है. इस काउंसिल ने ही चार सदस्यीय कमेटी गठित की है, जो इन आरोपों की जांच करेगी. कमेटी अपनी रिपोर्ट संस्थान खुलने के बाद पेश करेगी.
यूनिवर्सिटी के सूत्रों का कहना है कि जांच रिपोर्ट शीघ्र तैयार करने के लिए सभी सदस्य अपनी राय देंगे. 4 सदस्यीय कमेटी में अंतरिम वाइस चांसलर जस्टिस अमित तालुकदार, जस्टिस अशीम कुमार राय, एडवोकेट-जनरल किशोर दत्ता व न्यायिक सचिव (बंगाल सरकार) विवेक चाैधरी शामिल हैं. कार्यकारी काउंसिल ने गर्मी की छुट्टी से पहले ही जांच कमेटी का गठन किया. अब यह कमेटी संस्थान खुलने के साथ ही अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.
अलीक चक्रवर्ती की गिरफ्तारी की निंदा
कोलकाता. भांगड़ आंदोलन के नेता अलीक चक्रवर्ती की भुवनेश्वर में हुई गिरफ्तारी की वामपंथी दलों ने कड़ी निंदा की है. माकपा दक्षिण 24 परगना जिला कमेटी के सचिव शमिक लाहिड़ी ने आरोप लगाया कि अलीक चक्रवर्ती अस्वस्थ हैं और उन्हें बीमारी की हालत में गिरफ्तार कर लिया गया. माकपा नेता ने राज्य सरकार और तृणमूल कांग्रेस की नीतियों की कड़ी आलोचना की है. इधर भाकपा (माले) के प्रदेश सचिव पार्थ घोष ने भी गिरफ्तारी का विरोध जताया है. वामपंथी दलों ने अलीक चक्रवर्ती को जल्द रिहा करने की मांग की है.
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